
श्रावस्ती, 29 मार्च 2025:
यूपी के श्रावस्ती जिले में मल्हीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम खांवा खुर्द में रहने वाली एक युवती ने शादी की तय तारीख से एक महीने पूर्व खुदकुशी कर ली। उसने सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें युवती ने वर पक्ष की दहेज की जिद के लिए अपने व्याकुल पिता का दर्द बयां किया है। नोट में आज के समाज को लड़की होने के दंश का आईना भी दिखाया गया है।
29 अप्रैल को आनी थी बेटी की बारात, तैयारियों में जुटा था पिता
गांव हो या कोई आधुनिक महानगर दहेज का दानव अलग अलग रूप में दिख ही जाता है। ऐसा ही मंजर सरयू किनारे बसे श्रावस्ती जिले के ग्राम खांवा खुर्द में देखने को मिला। यहां रहने वाले रामकुमार वर्मा ने अपनी दो बेटियों में बड़ी लक्ष्मी की शादी पड़ोसी देश नेपाल के ककरदरी में रहने वाले कक्षा आठ तक शिक्षित रोहित वर्मा के साथ तय की थी। बीए पास लक्ष्मी की बारात अगले माह 29 अप्रैल को आनी थी। इससे पूर्व घर में पिता ने धीरे धीरे शादी की तैयारियां शुरू कर दीं।
कमरे में दुपट्टे के सहारे लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखी परिवार की मजबूरी
इसी बीच शुक्रवार को लक्ष्मी ने घर के ही एक कमरे में छत के कुंडे से दुपट्टे के सहारे फांसी लगा ली। परिवार में किसी ने लक्ष्मी को पुकारा जब काफी देर तक जवाब नहीं मिला तो कमरे में उसका शव लटका देखा गया। पिता मां व बहन सब दिख रहे मंजर पर यकीन नहीं कर पा रहे थे। थोड़ी ही देर में घर चीखों आंसुओ से भर गया। लक्ष्मी की मौत का गम और दोहरा हो गया जब उसका मौत से पहले लिखा गया सुसाइड नोट परिवार के हाथ लगा।

मेरे मां बाप गरीब, पापा ने बीए तक पढाया, लड़का कक्षा आठ पास, कैसे लाएं पांच लाख कैश
इस खत में उसने जो लिखा उसके एक एक शब्द में दर्द भरा था। लक्ष्मी ने दहेज की खातिर जान देनी की बात कहते हुए लिखा कि मेरी शादी 29 अप्रैल 2025 को होनी थी लेकिन, दहेज के लिए यह करना पड़ा। मेरे मां-बाप गरीब हैं। किसी तरह बीए तक पढ़ाएं हैं। शादी के लिए लड़का देखे जो केवल आठ तक पढ़ा हुआ है। दहेज की खातिर लड़कियों की जिंदगी खराब है। दहेज में पांच लाख रुपये नकद मांगते हैं। मेरे मां-बाप के पास इतना रुपया नहीं है। इसलिए, मैं फांसी लगाने के लिए मजबूर हूं। दहेज की खातिर लड़कियों की जिंदगी खराब है। शादी की सारी व्यवस्था हो गई, इसका रुपया लड़के को देना पड़ेगा। पापा-मम्मी और दादा जी मुझे माफ करना।