
मुंबई, 10 मई 2025
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और फिर जबाव में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के चलते पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच सुरक्षा के चलते सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट ने एक बड़ा फैसला लिया है। शुक्रवार को कहा प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर के प्रबंधन ने कहा कि सुरक्षा कारणों से 11 मई से मंदिर में नारियल, माला और प्रसाद ले जाने और चढ़ाने पर तत्का प्रभाव से रोक लगा दी गई है किसी को भी अनुमति नहीं दी जाएगी।
दक्षिण मुंबई के प्रभादेवी क्षेत्र में स्थित यह मंदिर एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है जो बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है। श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सदा सर्वणकर ने कहा कि मंदिर में हर रोज़ हज़ारों लोग आते हैं और यह आतंकवादियों की हिट लिस्ट में है। हाल ही में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ट्रस्ट के साथ बैठक की। उन्होंने कहा, “हमें सरकार और पुलिस से कई सलाहें मिलती हैं। सुरक्षा उपायों के बारे में उन्होंने कहा कि भगवान गणेश को चढ़ाए जाने वाले नारियल सुरक्षा जांच के दौरान पहचान में नहीं आते और इससे खतरा हो सकता है। प्रसाद में जहर हो सकता है। इससे बचने के लिए हम फिलहाल भगवान को माला और नारियल चढ़ाने की अनुमति नहीं देंगे।” उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता को देखते हुए यह उपाय अस्थायी है। सरवणकर ने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर के बाहर फूल विक्रेताओं से बात की, जिन्होंने 11 मई से यह पहल शुरू करने का अनुरोध किया ताकि वे अपना मौजूदा स्टॉक खत्म कर सकें।
पूर्व शिवसेना विधायक ने यह भी कहा कि मंदिर ट्रस्ट यह भी देखने का प्रयास कर रहा है कि क्या वह भक्तों के लिए फूल और दूर्वा घास उपलब्ध करा सकता है, जिन्हें भगवान गणेश का पसंदीदा माना जाता है, ताकि वे इसे भगवान को अर्पित कर सकें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए ट्रस्ट 20 सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के जवानों की भी भर्ती करेगा और उन्हें हथियारबंद रखा जाएगा। श्री सरवणकर ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा पुलिस और मंदिर ट्रस्ट की जिम्मेदारी है।






