अशरफ अंसारी
इटावा, 3 जनवरी 2025:
यूपी के इटावा के पैरालंपिक खिलाड़ी अजीत सिंह यादव का सपना पूरा होने जा रहा है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में उन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित करेंगी। इस ऐतिहासिक घोषणा से अजीत के परिवार और पूरे जिले में खुशी का माहौल है।
अजीत सिंह यादव का प्रेरणादायक सफर
अजीत सिंह यादव ने अपने हौसले और मेहनत से इटावा और भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोशन किया है। 2022 के एशियाई पैरा गेम्स में 63.52 मीटर के थ्रो से कांस्य पदक जीतने वाले अजीत ने 2023 में पेरिस में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में 65.41 मीटर का थ्रो फेंककर भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। इसके बाद 2024 में जापान में विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने 62.11 मीटर का थ्रो फेंककर कांस्य पदक जीता।
उनकी अद्वितीय उपलब्धियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने 2024 में उन्हें लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया। अब, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा अर्जुन अवार्ड से नवाजे जाने के साथ उनकी उपलब्धियों को राष्ट्रीय स्तर पर एक और बड़ा सम्मान मिलेगा।
संघर्ष और साहस की मिसाल
अजीत का सफर कठिनाइयों से भरा रहा है। 2017 में एक ट्रेन हादसे में उन्होंने अपने दोस्त की जान बचाने के लिए अपना बायां हाथ गंवा दिया। इस हादसे के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत और साहस से देश को गौरवान्वित करने का सिलसिला जारी रखा।
राष्ट्रीय गौरव
राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले इस सम्मान समारोह में अजीत के साथ 47 और खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने देश को पदक दिलाए हैं। अजीत की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा है कि कठिनाइयों के बावजूद दृढ़ निश्चय से हर सपना साकार किया जा सकता है।
अजीत सिंह यादव की यह उपलब्धि न केवल इटावा बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उनके इस सम्मान से साबित होता है कि मेहनत और संघर्ष से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।