लखनऊ, 14 अक्टूबर 2024
कोमल शर्मा
यूपी की 10 विधानसभा सीटों के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने 6 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए है। बहुजन समाज पार्टी ने भी अपनी रणनीति साफ कर दी है कि वो अपने दम पर ही इस चुनावी रण में उतरेगी।
लेकिन बीजेपी इस रण में फूंक फूक कर कदम रखना चाहती है । लिहाजा एक के बाद एक बैठक में विचार मंथन के बाद अब दिल्ली में रविवार को यूपी बीजेपी की हाईलेवल मीटिंग में खास रणनीति पर चर्चा हुई ।
रविवार को हुई बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और ब्रजेश पाठक , यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल ने भाग लिया।
सूत्रों के मुताबिक 10 सीटों में से 9 पर बीजेपी और एक सीट मीरपुर से RLD चुनाव लड़ेगी।
9 सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवार उतारेगी जिसमें करीब आधे नए चेहरे हो सकते हैं।
20 अक्टूबर तक भाजपा अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने ज्यादातर एक्जिट पोल के नतीजों को धता बताते हुए ये दिखा दिया कि पार्टी में संगठित निर्णयों का महत्व इतना है कि चुनावी रणनीति में हर बारीक मुद्दे पर गहन विचार मंथन होता है जिसके बाद पार्टी हर चुनौती को बखूबी स्वीकार कर उस पर बेहतरीन तरीके से काम करती है ।
लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के कारण बीजेपी बहुमत जरूर नही जीत पाई, लेकिन अब उसी से सबक लेते हुए उपचुनावों में बेहतर रणनीति पर काम करने पर अग्रसर है। पार्टी की कोशिश है कि विपक्ष से लोकसभा चुनाव में मिले झटके को अब जीत में तबदील किया जाए ।
अपनी इसी रणनीति पर काम करती बीजेपी जमीनी स्तर पर अपने को मजबूत बनाने पर जुटी है। बीते दिनों प्रदेश में मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश के बड़े नेताओं ने चुनावी सीटों पर जनसंपर्क और सभाएं की। वैसे भी 2022 के विधानसभा चुनाव पर नजर डाले तो इन दस सीटों पर पार्टी सिर्फ तीन ही सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी ।
एक सीट सहयोगी निषाद पार्टी और एक सीट लोकसभा चुनाव के गठबंधन राष्ट्रीय लोकदल पार्टी की है । जबकि पांच सीटों पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है ऐसे में बीजेपी के लिए इन दस सीटों पर जीत दर्ज किसी टेढी खीर से कम नही ।
इसी के मद्देनजर पार्टी अब इन सीटों पर पूरे विचार मंथन के बाद ही उम्मीवार उतारेगी । इसके लिए हर सीट से तीन से चार उम्मीदवारों का चयन किया गया है। इन नामों और आगे की रणनीति को लेकर दिल्ली की हाई लेवल मीटिंग में शीर्ष नेतृत्व के चर्चा होगी। यहां संभव ये भी है कि बीजेपी इस उपचुनाव में हरियाणा वाली रणनीति पर ही काम करे।