
लखनऊ, 2 मार्च 2025:
सड़क सुरक्षा को लेकर गम्भीर हुए सीएम ने रविवार की रात अपने सरकारी आवास पर एक बैठक बुलाई। बैठक में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद व अन्य शासन के अफसर मौजूद रहे वहीं मंत्री व जिलों के आला अफसर वर्चुअली जुड़े रहे। सीएम ने कहा ट्रैफिक जाम व हादसे बढ़ रहे हैं। उन्होंने एक के बाद एक व्यवस्था में खामियां गिनाईं और सुधार के लिए सुझाव देकर हिदायत भी दी।
कहा – छह मंडलों में साल भर में एक बैठक हुई, संख्या बढाएं
सीएम ने बैठक में प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कहा कि यह आवश्यक है कि जनपद स्तर पर प्रत्येक माह एवं मंडल स्तर पर त्रैमासिक मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अनिवार्य रूप से हो लेकिन प्रदेश के 6 मंडलों अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, सहारनपुर एवं आगरा में पिछले वर्ष सिर्फ एक ही बैठक हुई है। इनकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है।
एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ बिल्कुल न बिके शराब, ब्लैक स्पॉट चिन्हित करें
प्रदेश के सभी मार्गों पर ब्लैक स्पॉट को चिह्नित करें। सभी एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ फूड प्लाजा की तरह अस्पताल की व्यवस्था करें। साथ ही, सभी मंडल मुख्यालयों के अस्पतालों में ट्रॉमा सेंटर, एम्बुलेंस एवं ट्रेंड स्टाफ की तैनाती करें। एक्सप्रेस-वे एवं हाइवे के किनारे शराब की दुकानें बिल्कुल न हो। अक्सर यह देखा गया है कि शराब की दुकानों के साइनेज बहुत बड़े होते हैं, इन्हें छोटा किया जाए।
बिना परमिट की बसें सड़कों पर न दिखें,क्रेन एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाएं
सीएम बोले कि बिना परमिट की बसें सड़कों पर न चलने पाएं। डग्गामार वाहनों एवं ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें। दूसरे प्रदेश से आने वाले बिना परमिट के वाहनों को बॉर्डर पर रोकें। ट्रासंपोर्ट एसोसिएशन एवं व्हीकल एसोसिएशन से संवाद स्थापित कर यह सुनिश्चित कराएं कि लम्बी दूरी के वाहनों पर दो ड्राइवर हों। एक्सप्रेस-वे एवं हाइवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एम्बुलेंस की संख्या बढ़ायी जाए।
कहा- एनएचएआई की 93 सड़कों में सिर्फ चार पर कैमरे क्यों,फुट ओवर ब्रिज बनें
प्रदेश में NHAI की 93 सड़कें हैं, इनमें से सिर्फ चार सड़कों पर कैमरे लगे हैं, शेष सड़कों पर भी कैमरे स्थापित कराएं। अक्सर यह देखा गया है कि सड़क पार करते समय भी बहुत सी दुर्घटनाएं हो जाती हैं, इसके दृष्टिगत NHAI की बहुत सी सड़कों पर फुट ओवरब्रिज की आवश्यकता है, स्थानों को चिह्नित कर फुट ओवरब्रिज का भी निर्माण कराया जाए। प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर सड़क सुरक्षा से संबंधित साइनेज लगाएं जाएं।
नाबालिग चला रहे ई रिक्शा, वैरिफिकेशन करें, आरटीओ आफिस में न दिखें दलाल
सीएम ने कहा नगरीय क्षेत्रों में यह देखने को मिल रहा है कि नाबालिग बच्चे ई-रिक्शा चला रहे हैं। इसको रोकें व सभी ई-रिक्शा ड्राइवर का वैरीफिकेशन कराएं। आरटीओ ऑफिस को दलालों से मुक्त रखें, इसके लिए समय-समय पर रैंडम चेकिंग अभियान चलाएं। ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या बनती जा रही है, ट्रैफिक के सुचारु संचालन के लिए प्रदेश में पर्याप्त मैनपावर उपलब्ध है। आवश्यकता पड़ने पर सिविल पुलिस, पीआरडी और होमगार्ड्स के जवानों को ट्रेनिंग देकर ट्रैफिक प्रबन्धन को बेहतर बनाया जाए।






