
मयंक चावला
आगरा, 21 नवम्बर 2024:
उत्तर प्रदेश के आगरा के प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत ताजमहल में स्टे गाइड, लोकल लेवल गाइड और फर्जी गाइडों का बोलबाला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विदेशी पर्यटकों को अवैध रूप से घुमाने का सिलसिला बेखौफ जारी है। पुलिस की कार्यवाही के बावजूद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग के कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़े हुए हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में फर्जी गाइडों को विदेशी पर्यटकों को ताजमहल के अंदर घुमाते हुए देखा गया है।
एएसआई के नियमों के अनुसार, विदेशी पर्यटकों को केवल यूपीटी और डीओटी गाइड ही घुमा सकते हैं, जबकि लोकल लेवल गाइड सिर्फ भारतीय पर्यटकों के लिए अधिकृत हैं। इसके बावजूद एएसआई के कर्मचारी इन फर्जी गाइडों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। वीडियो में देखा गया है कि स्टे गाइड, लोकल लेवल गाइड और फर्जी गाइड विदेशी पर्यटकों को घुमाने के साथ-साथ शोरूमों पर ले जाकर लुटवाने का काम कर रहे हैं।
स्थानीय गाइडों और एएसआई कर्मचारियों की मिलीभगत के आरोपों के चलते विभाग पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि एएसआई के कुछ कर्मचारी इन गाइडों को खुली छूट देकर अपनी आंखें मूंदे हुए हैं। ताजमहल जैसी विश्व धरोहर की गरिमा और सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा है।
पुरातत्व अधीक्षण अधिकारी राजकुमार पटेल ने कहा कि ताजमहल के अंदर विदेशी पर्यटकों को यूपीटी और डीओटी के गाइड ही घुमा सकते हैं। लोकल लेवल और फर्जी गाइडों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। हालांकि, वायरल वीडियो और लापरवाही के आरोपों से यह साफ हो रहा है कि एएसआई की कार्यप्रणाली पर पुनर्विचार की आवश्यकता है।






