
कोलकाता, 19 जून 2025:
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की आगामी फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ एक नए विवाद में घिर गई है। पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने फिल्म पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसके 7 प्रोड्यूसर्स के खिलाफ विधाननगर दक्षिण पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई है। शिकायत में कहा गया है कि फिल्म में बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका को गलत तरीके से दर्शाया गया है और ऐतिहासिक तथ्यों के साथ जानबूझकर छेड़छाड़ की गई है।
टीएमसी नेताओं का आरोप है कि फिल्म में क्रांतिकारी खुदीराम बोस को ‘खुदीराम सिंह’ और बरिंद्र कुमार घोष को ‘बीरेंद्र कुमार’ के रूप में दिखाया गया है। यही नहीं, खुद को बंगाल की स्वतंत्रता संघर्ष का अहम पात्र बताने वाले टीएमसी नेता कृपाल घोष ने दावा किया कि फिल्म में उनके चरित्र की जगह एक काल्पनिक किरदार ‘कृपाल सिंह’ को दिखाया गया है।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह कोई साधारण गलती नहीं है, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है, जिसके जरिए स्वतंत्रता आंदोलन में बंगाल के योगदान को मिटाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसी ऐतिहासिक विकृति के बावजूद इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी कैसे मिली।
पार्टी ने फिल्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी प्रतिक्रिया दी। भले ही उन्होंने फिल्म का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में बंगाली क्रांतिकारियों के योगदान को कमतर आंकने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस पूरे मामले ने फिल्म ‘केसरी 2’ को विवाद के केंद्र में ला खड़ा किया है। अब देखना होगा कि सेंसर बोर्ड और केंद्र सरकार इस पर क्या रुख अपनाते हैं और निर्माता पक्ष क्या सफाई देते हैं।






