
हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 20 मार्च 2025:
यूपी गोरखपुर के योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और इंडियन इंफोटेनमेंट मीडिया कॉर्पोरेशन (IIMC) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय धर्म और अध्यात्म पर आधारित अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव का शुभारंभ प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री और महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर किया।
फिल्मों में आध्यात्म की उपेक्षा पर बोले विवेक अग्निहोत्री
विवेक रंजन अग्निहोत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस तरह के आयोजन पहले संभव नहीं थे, लेकिन अब सरकार के सहयोग से यह संभव हो रहा है। उन्होंने भारतीय सिनेमा में अध्यात्मिक और दार्शनिक विषयों पर बनी फिल्मों की कमी पर भी चिंता जताई। उनका मानना है कि भारतीय दर्शन की गहराई को विश्वभर में प्रस्तुत करने की आवश्यकता है।
अग्निहोत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत जैसे देश में रामायण, महाभारत, कबीर, तुलसीदास, महात्मा बुद्ध, मीरा बाई और रामकृष्ण परमहंस जैसे महान व्यक्तित्वों पर फिल्में बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि इतिहासकारों द्वारा भारतीय गौरव को दबाने की कोशिशें की गई हैं, लेकिन सिनेमा इन कहानियों को फिर से जीवंत कर सकता है।
महापौर मंगलेश श्रीवास्तव का विचार
महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने भी इस अवसर पर कहा कि बच्चों को विशेष रूप से ऐसी फिल्में देखनी चाहिए, क्योंकि फिल्में समाज पर गहरा प्रभाव छोड़ती हैं और भविष्य की मानसिकता को आकार देती हैं।
फिल्मोत्सव में प्रदर्शित फिल्में
फिल्म महोत्सव के पहले दिन ‘अघोरी’, ‘अमृत मंथन’, ‘दशावतार’, ‘बुद्ध सर्किट’, ‘अनटोल्ड हिस्ट्री-काल भैरव’, ‘मुंबापुरी’ और ‘पाथ ऑफ मोक्ष’ जैसी फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की संचालक केतकी कपाड़िया समेत कई जानी-मानी फिल्म हस्तियां और छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहीं।
यह फिल्मोत्सव 20 से 22 मार्च तक चलेगा, जिसमें धर्म और अध्यात्म पर आधारित फिल्मों का व्यापक प्रदर्शन किया जाएगा।