हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 6 अगस्त 2025:
यूपी के गोरखपुर जनपद के खजनी क्षेत्र की 17 वर्षीया अंशिका यादव ने मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास के बल पर इतिहास रच दिया। हॉन्गकॉन्ग में आयोजित 5वीं हॉन्गकॉन्ग-चाइना इंटरनेशनल रेसलिंग प्रतियोगिता में अंशिका ने 73 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर अपने गांव जमौली बुजुर्ग, जिले के साथ देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।
स्वर्गीय श्री ज्ञान सिंह व्यायामशाला में प्रशिक्षक श्याम पाल के मार्गदर्शन में अंशिका ने कुश्ती के गुर सीखे और निरंतर आगे बढ़ती रही। JWS बेंगलुरु की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय दिग्गज पहलवानों को पराजित किया। उनके दमदार दांव और अडिग आत्मविश्वास ने विरोधियों को चित कर दिया।
अंशिका की ऐतिहासिक जीत की खबर मिलते ही गांव से लेकर शहर तक उत्साह की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोग उन्हें अब ‘गोरखपुर की शेरनी’ के नाम से पुकार रहे हैं। उनका यह सफर उन तमाम बेटियों के लिए प्रेरणा बन गया है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखने का साहस रखती हैं। कोच श्याम पाल का मानना है कि अंशिका में वह विशेष जुनून और प्रतिभा है, जो उन्हें ओलंपिक और एशियन गेम्स जैसे वैश्विक मंचों पर भी सफलता दिला सकती है।