न्यूज डेस्क, 13 दिसंबर 2025 :
अब अनजान कॉल में सस्पेंस नहीं रहेगा क्योंकि भारत सरकार मोबाइल यूजर्स के लिए एक नई सुविधा ‘कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन’ (CNAP) शुरू कर रही है। इस तकनीक के जरिए अब फोन पर आने वाली कॉल के साथ कॉल करने वाले व्यक्ति का असली नाम स्क्रीन पर दिखाई देगा। यह नाम उसी पहचान पर आधारित होगा, जो सिम कार्ड लेते समय सरकारी दस्तावेजों में दर्ज किया गया है।
जानकारी के मुताबिक देश के कुछ हिस्सों में यह सुविधा शुरू भी हो चुकी है। टेलीकॉम टॉक की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल में एयरटेल और केरल में जियो नेटवर्क पर यह सर्विस काम करने लगी है।

ट्रूकॉलर से अलग और ज्यादा भरोसेमंद सिस्टम
CNAP को ट्रूकॉलर जैसी सुविधा माना जा रहा है, लेकिन इसका दायरा उससे कहीं ज्यादा भरोसेमंद होगा। वजह यह है कि इसमें नाम किसी यूजर द्वारा जोड़ी गई जानकारी से नहीं, बल्कि सरकारी रिकॉर्ड से लिया जाएगा। सरकार का उद्देश्य स्पैम कॉल और ऑनलाइन धोखाधड़ी पर लगाम लगाना है, ताकि लोग यह जान सकें कि उन्हें कॉल कौन कर रहा है और अनजान नंबर से आने वाली कॉल पर भी भरोसा कर सकें।
कॉल आने पर स्क्रीन पर कैसे दिखेगा नाम?
जब कोई व्यक्ति आपको कॉल करेगा तो सबसे पहले स्क्रीन पर कॉल करने वाले का सरकारी पंजीकृत नाम दिखाई देगा। इसके कुछ ही पलों बाद यह नाम बदलकर आपके फोन में सेव किया गया नाम दिखाने लगेगा। उदाहरण के तौर पर अगर आपने किसी नंबर को मां या प्लंबर के नाम से सेव किया है, तो पहले उसका असली नाम आएगा और फिर सेव किया हुआ नाम दिखेगा। अगर नंबर आपके कॉन्टैक्ट में नहीं है तो वही नाम दिखाई देगा, जो सिम के साथ दर्ज है। यह सुविधा फिलहाल 4G और 5G नेटवर्क पर बेहतर तरीके से काम करेगी, जबकि 2G और 3G नेटवर्क पर इसे लागू करने में समय लग सकता है।
कब तक पूरे देश में लागू होगी सेवा?
सरकार ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को मार्च 2026 तक पूरे देश में CNAP सेवा लागू करने का निर्देश दिया है। यह सुविधा डिफॉल्ट रूप से चालू रहेगी, हालांकि जो यूजर चाहें वे इसे बंद करने का विकल्प भी चुन सकेंगे। CNAP से बैंक, बीमा या अन्य कंपनियों की असली कॉल पहचानना आसान होगा और लोगों को हर अनजान नंबर से डरने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
प्राइवेसी को लेकर लोगों में चिंता
हालांकि इस सुविधा को लेकर प्राइवेसी की चिंता भी सामने आई है। कुछ लोगों को आशंका है कि कॉल पर नाम दिखने से निजी जानकारी सामने आ सकती है, खासकर महिलाओं के लिए यह असहज हो सकता है। सरकार का कहना है कि प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। जो लोग अपना नाम नहीं दिखाना चाहते, वे CLIR सुविधा के जरिए नंबर और नाम दोनों छिपा सकेंगे। नाम बदलने या अपडेट करने की व्यवस्था भी होगी, हालांकि गलत नाम दिखने की स्थिति में समाधान क्या होगा, इस पर अभी स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।






