लखनऊ, 18 जुलाई 2025:
यूपी की योगी सरकार ने स्टांप विभाग के बाद अब होम्योपैथी डिपार्टमेंट में ट्रांसफर पॉलिसी की अनदेखी का मामला पकड़ा है। नियमों को दरकिनार कर समूह ‘ख’ ‘ग’ व ‘घ’ में हुए तबादलों में गड़बड़ी की जांच के बाद निदेशक होम्योपैथी प्रो.अरविंद कुमार वर्मा को सस्पेंड किया गया है। निलंबन अवधि में वो राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गाजीपुर से सम्बद्ध रहेंगे।
प्रदेश के होम्योपैथी विभाग में ट्रांसफर पीरियड के दौरान निदेशक प्रो. अरविंद कुमार वर्मा ने तमाम तबादले किये थे। इन तबादलों को लेकर कई शिकायतें आयुष मंत्री व आला अफसरों से की गईं। आरोप ये था कि समूह ‘ख’ ‘ग’ और ‘घ’ में जो ट्रासंफर किये गए वो पॉलिसी के मुताबिक नहीं थे। ट्रांसफर-पोस्टिंग में गड़बड़ी और अनियमितताओं के गंभीर आरोप की जानकारी मिलने पर आयुष मंत्री डा. दयाशंकर मिश्र दयालु ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने सभी तबादले भी निरस्त कर दिए थे। मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकरउन्हें सारी जानकारी दी थी।
इसी के बाद मामले की जांच महानिदेशक आयुष को सौंपी गई थी। महानिदेशक आयुष की जांच रिपोर्ट में स्थानांतरण सहित पदीय दायित्वों के निर्वहन में संदिग्ध भूमिका, कर्तव्य निष्ठा का अभाव एवं भ्रामक तथ्यों को प्रस्तुत कर दिग्भ्रमित करने की प्रवृत्ति तथा शिथिल एवं संवेदनहीन कार्यशैली जैसे गंभीर आरोपों की पुष्टि की गई। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार ने प्रो.अरविंद कुमार वर्मा को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया।निलंबन अवधि में वो राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गाजीपुर से सम्बद्ध रहेंगे।