
पटना, 22 मई 2025 पैर
नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में घोर लापरवाही का एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर भर्ती एक मरीज का पैर की उंगलियों को चूहों ने कुतर लिया जिसके बाद स्वास्थय सेवाओं में आम लोगों के साथ हो रहे खिलवाड़ के लिए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर जमकर हमला बोला।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने घटना के बाद राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की बिगड़ती स्थिति के लिए उनकी आलोचना की। तेजस्वी ने इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताई और पांडे को बिहार में स्वास्थ्य सेवा की स्थिति पर सार्वजनिक बहस की चुनौती दी। तेजस्वी यादव ने बुधवार को पटना में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “बस मंच और माइक की व्यवस्था करें और मुझे एक दिन पहले सूचित करें। मैं आकर बताऊंगा कि वास्तव में कितना कम काम हुआ है।”तेजस्वी ने स्वास्थ्य मंत्री पर आरोप लगाया कि वे पूरी तरह से सिस्टम से कटे हुए हैं। यादव ने कहा, “वे कभी भी अस्पतालों का दौरा नहीं करते, यहां तक कि औचक निरीक्षण के लिए भी नहीं। जब मैं उपमुख्यमंत्री था, तब हमने मिशन 60 डेज लॉन्च किया था, निरीक्षण किए थे और 700 से अधिक लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की थी।” उन्होंने मुजफ्फरपुर, मधेपुरा और पूर्णिया के मेडिकल कॉलेजों की खराब स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि ये स्वास्थ्य क्षेत्र में शासन की पूरी तरह से विफलता को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा, “अस्पताल के बिस्तर माफियाओं द्वारा बेचे जा रहे हैं और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री को कुछ भी पता नहीं है।”
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और उन पर उदासीन और अप्रभावी होने का आरोप लगाया। यादव ने कहा, “वह बेहोशी की हालत में हैं। उनके अधिकारी कभी-कभी उन्हें पटना में निर्माण स्थलों का निरीक्षण करने के लिए ले जाते हैं, लेकिन इसके अलावा, उन्हें पता ही नहीं है कि क्या हो रहा है – चाहे वह गरीबी हो, बेरोजगारी हो, कानून-व्यवस्था हो या फिर चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था हो।”
नालंदा के एक विकलांग व्यक्ति अवधेश प्रसाद को शनिवार को एनएमसीएच में भर्ती कराया गया था और उनकी सर्जरी की गई थी। रविवार की सुबह जब वे अस्पताल के बिस्तर पर सो रहे थे, तब सर्जरी के बाद उनकी उंगलियों को चूहों ने कुतर दिया। चूहे के काटने की घटना ने व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है और बिहार के सरकारी अस्पतालों की फिर से जांच शुरू हो गई है।






