गाजियाबाद, 19 मार्च 2025
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जीएसटी डिप्टी कमिश्नर संजय सिंह की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जीएसटी विभाग के अधिकारी प्रमुख सचिव एम. देवराज को हटाने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर प्रदेश भर के जीएसटी ऑफिसर्स ने मुख्य सचिव मनोज सिंह से मुलाकात की और विभाग में काम करने के दबाव को लेकर शिकायत दर्ज कराई। मुख्य सचिव ने उनकी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने और जल्द समाधान का आश्वासन दिया है।
प्रदेश सरकार द्वारा लागू एमनेस्टी स्कीम के तहत हर अधिकारी को रोजाना पांच व्यापारियों को जोड़ने का लक्ष्य दिया गया था। इस लक्ष्य को पूरा न करने वाले अधिकारियों के निलंबन के निर्देश जारी किए गए थे। विभागीय सूत्रों के अनुसार, 1000 से अधिक अधिकारियों का निलंबन प्रस्तावित था, जिनमें डिप्टी कमिश्नर संजय सिंह का नाम भी शामिल था। वह लंबे समय से मानसिक तनाव में थे, जिससे उनकी आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है।
जीएसटी विभाग में प्रमुख सचिव एम. देवराज की ओर से लक्ष्य न पूरा करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। जोनल एडिशनल कमिश्नरों की ओर से जारी पत्र में साफ कहा गया था कि रोजाना पांच व्यापारियों को एमनेस्टी स्कीम में जोड़ना अनिवार्य है। आदेश में यह भी कहा गया था कि लक्ष्य पूरा न करने वालों को निलंबित किया जाएगा। इससे प्रदेश के करीब 1200 अधिकारियों में से 1000 अधिकारियों पर निलंबन का खतरा मंडरा रहा था।
जीएसटी ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव अरुणेश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्य सचिव को विभागीय कार्यप्रणाली की खामियों और अधिकारियों पर बढ़ते दबाव से अवगत कराया गया है। एसोसिएशन ने मृतक डिप्टी कमिश्नर के परिवार को आर्थिक सहायता देने की भी मांग की है।