दमोह, 28 मार्च 2025
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां जीएसटी विभाग ने एक ठेले पर अंडे बेचने वाले युवक को 6 करोड़ रुपये का नोटिस भेज दिया। युवक को बकाया जीएसटी भरने की चेतावनी दी गई है, जबकि उसने कभी भी इतना बड़ा कारोबार नहीं किया। युवक के नाम पर दिल्ली में फर्म रजिस्टर कर करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया, जिससे वह पूरी तरह अनजान है।
दमोह जिले की पथरिया तहसील के वार्ड क्रमांक 14 में रहने वाले प्रिंस सुमन को 18 मार्च को डाक से जीएसटी विभाग का नोटिस मिला। इसमें उसके पैन कार्ड की डिटेल और 50 करोड़ रुपये के कारोबार का जिक्र था। नोटिस देखकर प्रिंस और उसका परिवार हैरान रह गया। प्रिंस ने अपने पिता से सलाह लेकर जीएसटी मामलों के वकील अभिलाष खरे से संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि नोटिस असली है।
नोटिस में बताया गया कि प्रिंस के पैन कार्ड के आधार पर दिल्ली के स्टेट जोन-3, वार्ड नंबर 33 में “प्रिंस इंटरप्राइजेज” नाम की एक फर्म रजिस्टर्ड है। यह फर्म 2022-23 से आयरन, चमड़ा और लकड़ी का कारोबार कर रही है और 50 करोड़ रुपये का लेनदेन कर चुकी है। चूंकि इस फर्म का जीएसटी जमा नहीं हुआ, इसलिए प्रिंस को 6 करोड़ रुपये भरने का नोटिस भेजा गया है।
प्रिंस सुमन ने मीडिया को बताया कि वह कभी दिल्ली गया ही नहीं है। कुछ साल पहले वह इंदौर में जरूर काम करता था, लेकिन वहां भी उसने अपना पैन कार्ड या आधार किसी को नहीं दिया। प्रिंस ने स्थानीय पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है और आयकर विभाग को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है।