गुरुग्राम, 19 अप्रैल 2025
गुरुग्राम के अस्पताल के आईसीयू में एयर होस्टेस का यौन उत्पीड़न करने वाला व्यक्ति को पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के लिए पुलिस ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में चार दिन लगे। 800 CCTV कैमरों की जांच की गई। एक विशेष जांच दल (SIT) ने 8 टीमों की मदद ली गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बढौली गांव निवासी दीपक के रूप में हुई है और उसे आज गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि एसआईटी ने अस्पताल में लगे 800 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण किया तथा अस्पताल के कर्मचारियों से पूछताछ की।
फरार चल रहा 25 वर्षीय युवक पिछले पांच महीने से अस्पताल में तकनीशियन के रूप में काम कर रहा था। अस्पताल ने एक बयान में कहा, “हमें बताया गया है कि पुलिस ने एक संदिग्ध की पहचान कर ली है, जिसे एक मरीज पर यौन उत्पीड़न के आरोपों से संबंधित चल रही जांच के सिलसिले में हिरासत में लिया गया है। पुलिस द्वारा हमें दी गई जानकारी के आधार पर, हमने संदिग्ध कर्मचारी को निलंबित कर दिया है।”
पुलिस ने बताया कि एक एयर होस्टेस ने आरोप लगाया था कि 6 अप्रैल को जब वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में वेंटिलेटर पर थी, तब उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया।
महिला ने कहा कि वह अपनी “कमज़ोर हालत” के कारण हमलावर के आक्रमण का विरोध करने में असमर्थ थी। उसने यह भी दावा किया कि उस समय दो नर्सें मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया।
मामला 13 अप्रैल को तब प्रकाश में आया जब अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसने अपने पति को यौन उत्पीड़न के बारे में बताया। पति ने पुलिस को सूचना दी।
46 वर्षीय महिला की शिकायत के आधार पर 14 अप्रैल को सदर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया।
एक दिन बाद, अस्पताल ने एक बयान जारी कर आरोप को स्वीकार किया और कहा कि वह “संबंधित अधिकारियों द्वारा की जा रही जांच में पूरा सहयोग कर रहा है”।
महिला को 5 अप्रैल को मेदांता में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां उसे कथित तौर पर एक सप्ताह से अधिक समय तक वेंटिलेटर पर रखने सहित आपातकालीन उपचार दिया गया था। कथित हमला – एक वार्ड कर्मचारी द्वारा – 6 अप्रैल को हुआ था।