शिमला, 20 अगस्त 2025
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के कनोन गांव में सोमवार रात बादल फटने से आई अचानक बाढ़ में एक पुल और तीन दुकानें बह गईं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
लगातार हो रही बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है और जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मंगलवार को कुल्लू और बंजार उपमंडलों में स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्रों सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है।
शिमला शहर के रामचंद्र चौक के पास सोमवार देर रात एक भीषण भूस्खलन हुआ, जिसके कारण लगभग 40 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन एक इमारत की छत आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई। छोटा शिमला इलाके में पेड़ उखड़ गए।
कुल्लू और बंजार क्षेत्रों में बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की खबरें आई हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई स्थानों पर सड़क संपर्क टूट गया है और पैदल पुल बह गए हैं।अधिकारियों ने बताया कि 20 जून को राज्य में मानसून की बारिश शुरू होने के बाद से राज्य को वर्षाजनित आपदाओं के कारण 2,194 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
राज्य में अब तक 74 बार अचानक बाढ़, 36 बार बादल फटने और 70 बड़े भूस्खलन की घटनाएँ हो चुकी हैं। 140 लोगों की मौत हो चुकी है और 37 लोग अभी भी लापता हैं। सोमवार शाम को दो राष्ट्रीय राजमार्गों समेत कुल 389 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि भारी बारिश के कारण बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हुई है।