बिजनेस डेस्क, 13 दिसंबर 2025 :
देश की प्रमुख ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी का IPO 12 दिसंबर को निवेश के लिए खुल गया है। इस पब्लिक इश्यू में निवेशक 16 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं। कंपनी इस IPO के जरिये कुल 10,602.65 करोड रुपये जुटाना चाहती है। पहले दिन निवेशकों ने इसमें सोच-समझकर हिस्सा लिया, जिसके चलते यह इश्यू कुल 0.72 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में 0.21 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स में 1.97 गुना और नॉन इंस्टीट्यूशनल निवेशकों में 0.37 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया गया।
ऑफर फॉर सेल होने का मतलब क्या है?
यह IPO पूरी तरह ऑफर फॉर सेल है, यानी इस इश्यू से मिलने वाली रकम कंपनी की बैलेंस शीट में नहीं जाएगी। इसके तहत कंपनी की जॉइंट वेंचर पार्टनर ब्रिटेन की प्रूडेंशियल कॉरपोरेशन होल्डिंग्स अपनी 4.89 करोड शेयरों की हिस्सेदारी बेच रही है। IPO खुलने से पहले कंपनी ने 149 एंकर निवेशकों से 3,022 करोड रुपये जुटाए थे। प्री-IPO राउंड में SBI लाइफ, HDFC लाइफ, कोटक लाइफ इंश्योरेंस, आदित्य बिडला सन लाइफ इंश्योरेंस और बजाज लाइफ इंश्योरेंस जैसी प्रमुख इंश्योरेंस कंपनियों ने भी निवेश किया था। एसेट मैनेजमेंट बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 13.3 प्रतिशत है।

प्राइस बैंड और रिटेल निवेश का गणित क्या है?
ICICI प्रूडेंशियल IPO का प्राइस बैंड 2,061 से 2,165 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। रिटेल निवेशक न्यूनतम एक लॉट यानी 6 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं। अपर प्राइस बैंड के हिसाब से एक लॉट में निवेश के लिए 12,990 रुपये की जरूरत होगी। वहीं अधिकतम 15 लॉट यानी 90 शेयरों के लिए रिटेल निवेशकों को 1,94,850 रुपये तक का निवेश करना होगा।
रिटेल और संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षण कितना है?
इस पब्लिक इश्यू में 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए आरक्षित रखा गया है। वहीं 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल निवेशकों और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए तय किया गया है। ग्रे मार्केट में भी इस IPO को लेकर हलचल बनी हुई है। बाजार पर नजर रखने वाली वेबसाइट ipo watch के अनुसार, कंपनी के अनलिस्टेड शेयर करीब 155 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं, जिससे निवेशकों को लगभग 7.15 प्रतिशत लिस्टिंग गेन की संभावना जताई जा रही है।
1993 से मजबूत पकड़ बनाए हुए है ICICI प्रूडेंशियल
ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी की शुरुआत वर्ष 1993 में हुई थी। कंपनी इस समय कुल 143 निवेश योजनाएं संचालित करती है और इसके पास 10.87 लाख करोड रुपये से अधिक का एसेट अंडर मैनेजमेंट है। 30 सितंबर 2025 और 31 मार्च 2025, 2024 और 2023 तक, कंपनी की इक्विटी आधारित हाइब्रिड योजनाओं की बाजार हिस्सेदारी 25.8 प्रतिशत रही, जो देश में सबसे अधिक है।






