मुंबई, 25 जून 2025
महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी और छेड़छाड़ के बीच चल रहे राजनीतिक घमासान लगातार जारी है। अब इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में गड़बड़ी और ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एलेक्स पर पलटवार किया।
राहुल गांधी ने कहा कि वह समझते हैं कि महाराष्ट्र में आपकी अपमानजनक हार का दर्द दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लेकिन उन्होंने सवाल किया कि आप कब तक आंख मूंदकर लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में मतदान 7 प्रतिशत से 11 प्रतिशत तक बढ़ा है, जहां कांग्रेस और उसके सहयोगी जीते हैं। फडणवीस ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच महाराष्ट्र में 25 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या में 8 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, जिनमें से अधिकांश में कांग्रेस या उसके सहयोगी जीते हैं। पश्चिम नागपुर में मतदाताओं की संख्या में 7 प्रतिशत (27,065) की वृद्धि हुई है, यहा से कांग्रेस उम्मीदवार व्यास ठाकरे जीते। उत्तर नागपुर में 7 प्रतिशत (29,348 मतदाता) की वृद्धि हुई। फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार नितिन राउत जीते हैं।
वहीं इसे लेकर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी राहुल गांधी के आरोपों का खंडन किया। शिंदे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर तभी सवाल उठाए जब कांग्रेस हार गई। उन्होंने कहा, “जब वे कर्नाटक या तेलंगाना में जीतते हैं, तो ईवीएम चुनाव आयोग के लिए अच्छी होती है। लेकिन जब वे हारते हैं, तो सिस्टम दोषपूर्ण हो जाता है। यह महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश है।” शिंदे ने कहा कि यह जीत राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कई कल्याणकारी योजनाओं की वजह से ही संभव हो पाई है।
डिप्टी सीएम अजित पवार :
डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा, “ऐसे सवाल हमेशा हार के बाद आते हैं। उन्हें लोकसभा में 31 सीटें मिलीं। हमें केवल 17 सीटें मिलीं।” भारत के चुनाव आयोग (ईसी) ने पिछले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में धांधली के अपने आरोपों पर चर्चा करने के लिए राहुल गांधी को व्यक्तिगत बैठक के लिए आमंत्रित किया है। राहुल गांधी ने बार-बार महाराष्ट्र चुनावों में अनियमितताओं का आरोप लगाया है, जिसे भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने जीता था। उन्होंने चुनाव से संबंधित वीडियो फुटेज की अवधि को घटाकर 45 दिन करने के चुनाव आयोग के फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इससे सबूत नष्ट करने में मदद मिलेगी। चुनाव आयोग ने पत्र में कहा कि ऐसा माना जाता है कि कांग्रेस उम्मीदवारों ने संबंधित उच्च न्यायालय में याचिकाओं के रूप में चुनावों के संचालन से संबंधित किसी भी मुद्दे की पहले ही रिपोर्ट कर दी होगी। यदि आपके पास कोई और मुद्दा है, तो आप हमें लिखित में बता सकते हैं।