
पटना, 29 जुलाई 2025
बिहार में जहां एक तरफ चुनाव से पहले चुनाव आयोग की SIR चर्चा का विषय बना हुआ है, वहीं अब एक और ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा है यह क्या है। जी हां, दरअसल बिहार में आदमी-औरत तो दूर अब राजधानी पटना में एक कुत्ते को निवासी प्रमाण पत्र दिए जाने की खबर ने पूरे देश को हिला के रख दिया है।
‘कुत्ता बाबू’ के बेटे ‘डॉग बाबू’ ने बिहार का निवास प्रमाण पत्र हासिल कर लिया है। इसे लेकर इंटरनेट पर तरह-तरह की टिप्पणियाँ आने लगी हैं और यह विवाद का विषय बन गया है।
बिहार में एक कुत्ते को निवास प्रमाण पत्र दिया जा रहा है, जो इस साल का एक अजीबोगरीब मामला है। लेकिन राजधानी पटना में एक ‘कुत्ता बाबू’ को ऐसा प्रमाण पत्र जारी किया गया है, जिस पर राजस्व अधिकारी मुरारी चौहान के डिजिटल हस्ताक्षर हैं।
डॉग बाबू के लिए निवास प्रमाण पत्र :
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह निवास प्रमाण पत्र बिहार आरटीपीएस के मसौढ़ी अंचल कार्यालय के पोर्टल से जारी किया गया था। प्रमाण पत्र पर एक गोल्डन रिट्रीवर की तस्वीर है और उसका नाम “डॉग बाबू” दर्ज है।
प्रमाण पत्र में बताया गया है कि कुत्ता बाबू “कुत्ता बाबू” का बेटा है और उसकी माँ का नाम “कुटिया देवी” है। उसका पता मोहल्ला कौलीचक, वार्ड संख्या 15, नगर परिषद मसौढ़ी, जिला पटना, बिहार लिखा है।
पटना जिला प्रशासन ने बताया कि तस्वीर वायरल होते ही आवेदक, कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रमाण पत्र जारी करने वाले अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। प्रमाण पत्र रद्द कर दिया गया है और अधिकारी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह कैसे बना।
फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि डिजिटल हस्ताक्षर प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा जारी सुरक्षित डोंगल का उपयोग किया जाना आवश्यक है, इसलिए अधिकारियों को क्रेडेंशियल्स के उल्लंघन या दुरुपयोग की संभावना पर संदेह है।






