अंशुल मौर्य
वाराणसी, 15 अगस्त 2025:
यूपी की शिवनगरी काशी देश के स्वतंत्रता दिवस के 79वें उत्सव की पवित्र साक्षी बनी। ये उत्सव काशी विश्वनाथ मंदिर में राष्ट्रभक्ति और आध्यात्म के अनूठे संगम के साथ मनाया गया। तड़के मंगला आरती के दौरान बाबा काशी विश्वनाथ का तिरंगे के रंगों में भव्य श्रृंगार किया गया। बाबा के इस मोहक रूप ने हर भक्त को मंत्रमुग्ध कर दिया।
काशी विश्वनाथ धाम का गर्भगृह केसरिया, सफेद और हरे रंग की मालाओं और फूलों से सजा किसी दुल्हन सरीखा दिखा। जगह-जगह लहराते राष्ट्रध्वज ने इस पल को और भी ऐतिहासिक बना दिया।शंखनाद और घंटियों की मधुर ध्वनि के बीच हजारों भक्तों ने ‘हर-हर महादेव’ और ‘जय हिंद’ के नारे लगाए, जिससे काशी धाम में देशभक्ति की गंगा बह निकली। मंदिर के मुख्य अर्चक ने बताया, “यह विशेष श्रृंगार देश की एकता और आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है।” सुबह से ही बाबा के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं, जो इस अनुपम दृश्य को अपने दिलो-दिमाग में संजोना चाहते थे।
भक्तों ने कहा कि भोलेनाथ की भक्ति और राष्ट्रप्रेम का ऐसा मिलन पहले कभी नहीं देखा। यह नजारा साबित करता है कि आध्यात्म और देशभक्ति एक-दूसरे के पूरक हैं। काशी विश्वनाथ का यह तिरंगा श्रृंगार न केवल श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एकता और समर्पण का संदेश दे रहा है।