
नई दिल्ली,26 मार्च 2025
भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव कम होता दिख रहा है। पिछले साल अक्टूबर में भारत ने छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था और अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया था। यह कदम तब उठाया गया जब कनाडाई अधिकारियों ने भारतीय उच्चायुक्त को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में ‘व्यक्तिगत रुचि’ रखने वाला बताया था। जून 2023 में निज्जर की कनाडा के सरे शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा के खुफिया प्रमुख डेनियल रोजर्स हाल ही में नई दिल्ली में एनएसए अजीत डोभाल द्वारा आयोजित एक खुफिया सम्मेलन में शामिल हुए थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी जून में अल्बर्टा में होने वाले G7 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात कर सकते हैं। भारत G7 का एक पर्यवेक्षक देश है।
सितंबर 2023 में तत्कालीन कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि भारतीय एजेंटों और निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोप हैं। भारत ने इन दावों को खारिज करते हुए ‘बेतुका और प्रेरित’ बताया था। ब्लूमबर्ग के अनुसार, एक कनाडाई अधिकारी ने संकेत दिया कि कनाडा महीनों से भारत के साथ संबंध सुधारना चाहता है और इस पर दोनों देशों के कानूनों के सम्मान के आधार पर निर्णय होगा।
राजनयिक तनाव में यह कमी ऐसे समय में आई है जब भारत और कनाडा दोनों को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए उच्च टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है। 2 अप्रैल से लागू होने वाले इन शुल्कों से दोनों देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है। इस स्थिति में कई देश अमेरिकी व्यापार में संभावित गिरावट को रोकने के लिए नए व्यापारिक संबंध मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने 4 मार्च को कहा था कि कनाडा समान विचारधारा वाले देशों के साथ व्यापारिक संबंधों में विविधता लाने की कोशिश करेगा और भारत के साथ संबंधों को फिर से बनाने के अवसर तलाशेगा। यह बयान उन्होंने कनाडा की लिबरल पार्टी के नेता के रूप में जस्टिन ट्रूडो के उत्तराधिकारी बनने की दौड़ जीतने से कुछ दिन पहले दिया था।






