नई दिल्ली, 12 अप्रैल 2025
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 26% रेसिप्रोकल टैरिफ को अस्थाई रूप से 90 दिनों के लिए निलंबित किए जाने के फैसले पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी देश के साथ “बंदूक की नोक पर” समझौता नहीं करता। भारत केवल अपने हितों की सुरक्षा सुनिश्चित होने पर ही कोई व्यापारिक समझौता करता है।
गोयल ने यह बयान दिल्ली में आयोजित इटली-भारत व्यापार, विज्ञान और टेक्नोलॉजी फोरम के मौके पर दिया। उन्होंने साफ किया कि भारत हमेशा बातचीत के लिए अनुकूल समय का इंतजार करता है और जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेता। उनका यह बयान अमेरिका के उस फैसले के बाद आया जिसमें व्हाइट हाउस ने भारत पर लगाए गए टैरिफ को 9 जुलाई तक रोकने का आदेश दिया।
2 अप्रैल को अमेरिका ने भारत पर 26% अतिरिक्त टैरिफ लागू किया था, जिसे अब अस्थाई रूप से रोका गया है। गोयल ने कहा कि भारत अमेरिका, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन समेत कई देशों के साथ व्यापारिक समझौतों को लेकर बातचीत कर रहा है। ये बातचीत ‘इंडिया फर्स्ट’ की भावना से प्रेरित होकर 2047 तक विकसित भारत की दिशा में की जा रही है।
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी अमेरिका के साथ व्यापारिक बातचीत की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा था कि भारत और अमेरिका जल्द एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर सहमति बनाने के प्रयास में हैं। दोनों देशों का लक्ष्य है कि 2023 के 191 बिलियन डॉलर के व्यापार को बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाया जाए।
इस घटनाक्रम के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भारत अब वैश्विक मंच पर अपने आत्मविश्वास और रणनीतिक सोच के साथ किसी भी बातचीत में शामिल होता है, और राष्ट्रहित सर्वोपरि रखता है।