
नई दिल्ली,19 मई 2025
6-7 मई को पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया, जिसका मुख्य लक्ष्य अमृतसर का स्वर्ण मंदिर और अन्य शहर थे। भारतीय सेना की आकाश मिसाइल प्रणाली और एल-70 एयर डिफेंस गन ने इस हमले को पूरी तरह नाकाम कर दिया। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी मिसाइलों के मलबे को प्रदर्शित करते हुए एक LIVE डेमो भी दिखाया। यह हमला आतंकियों द्वारा प्रायोजित था, लेकिन भारतीय सेना ने इसके जवाब में पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई भी की।
भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर, गुजरात और पंजाब के शहरों को निशाना बनाना चाहता था, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने उसके हर मंसूबे को नाकाम कर दिया। अमृतसर में सेना ने एक डेमो के जरिए यह दिखाया कि आकाश मिसाइल प्रणाली, एल-70 एयर डिफेंस गन सहित भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने स्वर्ण मंदिर और पंजाब के अन्य शहरों को पाकिस्तानी मिसाइल और ड्रोन हमलों से कैसे सुरक्षित रखा। भारतीय सेना ने पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइलों का मलबा भी प्रदर्शित किया, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया।
15 इन्फेंट्री डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल कार्तिक सी. शेषाद्रि ने बताया कि पाकिस्तान का मुख्य लक्ष्य भारतीय सेना के ठिकानों, धार्मिक स्थलों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाना था, जिसमें गोल्डन टेंपल सबसे प्रमुख था। इसे सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त आधुनिक हथियार जुटाए गए थे। 8 मई की सुबह पाकिस्तान ने मानव रहित हवाई हथियारों, ड्रोन और लंबी दूरी की मिसाइलों से हमला किया, लेकिन भारतीय सेना ने इसे पूरी तरह विफल कर दिया।
मेजर जनरल कार्तिक ने बताया कि पाक सेना द्वारा प्रायोजित इस आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया गया था, जिससे देशभर में गुस्सा फैल गया। इस आक्रोश ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का रूप लिया, जिसके तहत पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए। इन लक्ष्यों में लाहौर के निकट मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय शामिल था। भारतीय सेना ने पूरी सटीकता से इन ठिकानों को तबाह किया। ऑपरेशन के बाद भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक बुनियादी ढांचे को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया गया।