नई दिल्ली, 5 मई 2025:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का आपातकालीन सत्र बुलाने की गुहार लगाई थी। यह बैठक आज यानी सोमवार को बंद कमरे में होने जा रही है। लेकिन इससे पहले ही भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी राहत मिलती दिख रही है।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे ग्रीस के स्थायी प्रतिनिधि और मई महीने के लिए UNSC अध्यक्ष राजदूत इवेंजेलोस सेकेरिस ने भारत को लेकर सकारात्मक बयान देते हुए कहा कि भारत न केवल क्षेत्र में बड़ी शक्ति है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी स्थिति स्पष्ट और सैद्धांतिक है। उन्होंने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए भारत सरकार, नेपाल और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
UNSC के स्थायी सदस्यों – अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस – समेत अधिकतर गैर-स्थायी सदस्य देशों ने भी आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई का समर्थन किया है। चीन को छोड़कर लगभग सभी देश भारत के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना और अटारी लैंड ट्रांजिट पोस्ट को बंद करना शामिल है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और व्यापार निलंबित कर दिया है।
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बैठक से पहले UNSC के अधिकांश सदस्य देशों से बातचीत कर भारत का पक्ष स्पष्ट किया है। पाकिस्तान की ओर से चाहे जो भी दावे किए जाएं, लेकिन उसकी साख पहले से ही संदिग्ध बनी हुई है।
UNSC की इस बैठक में भारत और पाकिस्तान को अपनी-अपनी स्थिति स्पष्ट करने का अवसर मिलेगा, लेकिन शुरुआती संकेत भारत के पक्ष में जाते दिखाई दे रहे हैं, जिससे पाकिस्तान की रणनीति कमजोर पड़ती नजर आ रही है।