अमरोहा,3 अप्रैल 2025
यूपी के अमरोहा जिले में मनरेगा में हुए फर्जीवाड़े की जांच पूरी हो गई है। जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी गई है, जिसमें क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन और बहनोई को क्लीन चिट मिल गई है। हालांकि, शमी की बहन की सास और मौजूदा ग्राम प्रधान गुले आयशा को प्रधानी गंवानी पड़ेगी और उनसे 8,68,344 रुपये की वसूली की जाएगी।
जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर तीन ग्राम पंचायत सचिवों को निलंबित कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं, जबकि एक पंचायत सचिव को चेतावनी दी गई है। इसके अलावा, कंप्यूटर ऑपरेटर, एपीओ, लेखाकार और तकनीकी सहायक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। बीडीओ प्रतिभा अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।
इस घोटाले में मोहम्मद शमी की बहन शबीना और उनके पति गजनबी पर बिना काम किए मनरेगा से मजदूरी लेने का आरोप लगा था। जांच में पता चला कि उनके परिवार के आठ अन्य सदस्यों सहित कुल 18 लोग बिना काम किए मनरेगा से लाखों रुपये ले चुके थे।
डीएम निधि गुप्ता ने कहा कि जिले में मनरेगा गड़बड़ियों को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान उन लोगों की जांच होगी जिनके नाम मस्टर रोल में हैं लेकिन वे मौके पर काम नहीं कर रहे हैं। यदि किसी परिवार के कई सदस्य मनरेगा में काम कर रहे हैं तो उनकी भी जांच होगी। दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम प्रधान गुले आयशा के बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं और उन्हें रिकवरी नोटिस जारी कर दिया गया है। जांच में उनकी संलिप्तता पाई गई है, जिसके कारण उन्हें अपनी प्रधानी गंवानी पड़ेगी और गलत तरीके से ली गई राशि की वसूली की जाएगी।