गोरखपुर, 26 सितंबर:
हरेन्द्र दुबे,
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। जिस क्षेत्र में 2017 से पहले तक लचर कानून व्यवस्था, बुनियादी सुविधाओं की कमी और सरकारों की उदासीनता के कारण निवेशक उद्योग लगाने से कतराते थे, आज उसी गीडा क्षेत्र में औद्योगिक क्रांति का दौर जारी है। निवेशकों के लिए गीडा अब एक आकर्षक गंतव्य बन गया है।
योगी सरकार के नेतृत्व में गीडा में नए उद्योगों की श्रृंखला स्थापित हो रही है, जिससे न केवल क्षेत्रीय विकास को गति मिली है, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिले हैं।
29 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गीडा सेक्टर 27 में स्थित मल्टीनेशनल ब्रांड पेप्सिको की फ्रेंचाइजी वरुण ब्रेवरेज की यूनिट का उद्घाटन करेंगे, जिसका शिलान्यास 8 अप्रैल 2023 को किया गया था। यह यूनिट गीडा में औद्योगिक बदलाव का एक प्रमुख उदाहरण है, जिसने कम समय में न केवल निर्माण पूरा किया बल्कि उत्पादन भी शुरू कर दिया।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 से आए निवेश प्रस्ताव और रोजगार के अवसर
फरवरी 2023 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद से गीडा क्षेत्र में निवेश की गति तेज हो गई है। इस समिट में आए निवेश प्रस्तावों के आधार पर गीडा ने 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाली यूनिट्स के लिए जमीन का आवंटन किया है। इन निवेश प्रस्तावों के धरातल पर उतरने से करीब 30,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इनमें से 2,767 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पूरी तरह से धरातल पर उतर चुके हैं और अब तक 4,319 लोगों को रोजगार मिल चुका है।
विशेष रूप से पेप्सिको की फ्रेंचाइजी वरुण ब्रेवरेज की 1,071 करोड़ रुपये के निवेश वाली यूनिट ने गीडा में उत्पादन शुरू कर दिया है, और इसका औपचारिक उद्घाटन 29 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
योगी सरकार के प्रयासों से गीडा बना निवेशकों का आकर्षण केंद्र
2017 से पहले, गीडा क्षेत्र में निवेशकों के लिए उद्योग लगाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। लचर कानून व्यवस्था और सरकार की ओर से समर्थन की कमी ने इसे निवेश के लिए अप्रिय स्थान बना दिया था। लेकिन 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद, गीडा में सकारात्मक बदलावों की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री की औद्योगिक और निवेश-हितैषी नीतियों ने निवेशकों का विश्वास बहाल किया।
योगी सरकार ने उद्यमियों और उनकी पूंजी की सुरक्षा की गारंटी दी, जिससे उद्योग स्थापित करने का वातावरण बेहतर हुआ। इसके अलावा, समय-समय पर मुख्यमंत्री द्वारा खुद उद्योगपतियों के साथ संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर रहने से गीडा ने निवेशकों के लिए एक नया आकर्षण केंद्र का रूप ले लिया है। अब गीडा में निवेश करना नोएडा जैसे प्रतिष्ठित औद्योगिक हब में निवेश करने के समान माना जाता है।
पेप्सिको यूनिट: गीडा में कमर्शियल उत्पादन का सफल उदाहरण
पेप्सिको की फ्रेंचाइजी वरुण ब्रेवरेज द्वारा गीडा सेक्टर 27 में स्थापित की गई यूनिट गीडा के तेजी से बढ़ते औद्योगिक विकास का उदाहरण है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 8 अप्रैल 2023 को शिलान्यास किए जाने के बाद, यह यूनिट मात्र एक साल के भीतर पूरी तरह से तैयार हो गई और अप्रैल 2024 से इसमें कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स का कमर्शियल उत्पादन शुरू हो गया है। इस यूनिट का उद्घाटन 29 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा।
वरुण ब्रेवरेज विश्वभर में पेप्सी ब्रांड के सबसे बड़े मैन्युफैक्चरर में से एक है। गीडा में इसका स्थापित होना एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि इससे क्षेत्र में रोजगार और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन मिला है।
पिछले डेढ़ साल में बड़े निवेश और उनकी स्थिति
गीडा में पिछले डेढ़ साल के दौरान 100 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाले प्रमुख उद्योगों की स्थिति इस प्रकार है:
यूनिट निवेश रोजगार स्थिति
केयान इंडस्ट्रीज 1200 1000 निर्माणाधीन
वरुण ब्रेवरेज 1071 1509 उत्पादनरत
इंडिया ऑटोव्हील्स 400 1500 निर्माणाधीन
एसडी इंटरनेशनल 230 300 निर्माणाधीन
सीपी मिल्क 118 1000 उत्पादनरत
तत्वा प्लास्टिक्स 105 110 उत्पादनरत
कपिला कृषि 100 150 निर्माणाधीन
(नोट: निवेश के आंकड़े करोड़ रुपये में दिए गए हैं। निर्माणाधीन यूनिट्स में रोजगार की संख्या प्रस्तावित है।)
योगी सरकार की नीतियों से गीडा में आई तेजी
गीडा क्षेत्र में निवेश की बयार वास्तव में 2017 के बाद शुरू हुई, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औद्योगिक क्षेत्र में सुधार और निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए। राज्य सरकार द्वारा लागू की गई उद्योग-हितैषी नीतियों और मुख्यमंत्री के सक्रिय नेतृत्व ने गीडा को एक महत्वपूर्ण औद्योगिक हब में बदल दिया है।
सरकार द्वारा उठाए गए कदमों में बेहतर बुनियादी ढांचा, मजबूत कानून व्यवस्था, और निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल का निर्माण शामिल है। यह सब मिलकर गीडा को नोएडा और अन्य प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों की तरह निवेश के लिए एक पसंदीदा स्थान बना रहे हैं।
योगी सरकार के कार्यकाल में गीडा क्षेत्र का औद्योगिक परिदृश्य पूरी तरह से बदल गया है। जहां एक समय निवेश की संभावनाएं न के बराबर थीं, वहीं अब बड़े-बड़े उद्योग स्थापित हो रहे हैं। आने वाले समय में गीडा क्षेत्र में और भी अधिक निवेश होने की उम्मीद है, जिससे न केवल क्षेत्रीय विकास होगा, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।