
अनमोल शर्मा
मेरठ, 15 सितंबर 2025:
यूपी के मेरठ जिले के विक्टोरिया पार्क में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य से रामकथा सुनने लाखों की भीड़ जुट रही है।16 सितंबर तक चलने वाले इस आयोजन के दौरान स्वामी रामभद्राचार्य कथा वाचन के साथ अन्य विषयों पर अपनी बेबाक टिप्पणी से सुर्खियां बटोर रहे हैं। पश्चिमी यूपी को ‘मिनी पाकिस्तान’ की संज्ञा देने के बाद एक बार फिर उन्होंने महिलाओं को लेकर बयान दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि इस्लाम परंपरा में महिलाओं की जितनी दुर्गति हुई उतनी कहीं नहीं हुई।
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि किसी धर्म में महिला को बेबी कहते हैं किसी पंथ में महिला को बीबी कहते हैं हिंदू धर्म ही ऐसा है जहां महिलाओं को देवी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि इसलिए भारतीय वैदिक संस्कृति अगर पढ़ ली जाए तो कोई झंझट होगा ही नहीं। संसद में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया पर मन से पूछिए तो मन के मत में पुरुष को 33 प्रतिशत और महिलाओं को 67 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। क्योंकि मनु महाराज माता को पिता से बड़ा मानते हैं।
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि इस्लाम परंपरा में महिलाओं की दुर्गति जितनी हुई है वैसी कहीं और देखी नहीं जाती। जहां एक महिला से 25-25 बच्चों को जन्म दिलवाया जाता है और फिर उसके वृद्ध होने पर तीन बार तलाक बोलकर उसे छोड़ दिया जाता है। हमारे यहां ऐसा नहीं है तीन सन्तानें हो चाहे सब बेटे हों या बेटियां। इन्हें हम संस्कारी बनाएं। बच्चों की शिक्षा पर भी उन्होंने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को कॉन्वेंट स्कूलों में न भेजें। इसके बजाय उन्हें ऐसे विद्यालयों में पढ़ाया जाए, जहां भारतीय संस्कृति और संस्कार सिखाए जाते हों। उन्होंने खासतौर पर सरस्वती विद्यालय का नाम लेते हुए कहा कि यही संस्थान बच्चों को भारतीय आदर्शों से जोड़ सकते हैं।