
नई दिल्ली, 30 अप्रैल 2025
न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई को मंगलवार को भारत का अगला मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया। वह वर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के पद से सेवानिवृत्त होने के एक दिन बाद 14 मई को मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय में प्रवेश करेंगे।
विधि मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर न्यायमूर्ति गवई को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, मुख्य न्यायाधीश खन्ना ने 16 अप्रैल को उनके नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को की थी।
न्यायमूर्ति गवई का कार्यकाल छह महीने का होगा और वह 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर 23 दिसंबर को पदमुक्त हो जाएंगे। वह वर्तमान मुख्य न्यायाधीश खन्ना के बाद सर्वोच्च न्यायालय के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं।
कौन है न्यायमूर्ति गवई ?
आपको बता दे कि जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई का जन्म 24 मई 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी नून की डिग्री नागपुर विश्वविद्यालय से ली और 1980 में अपनी वकालत शुरू की। गवई ने अपने करियर के शुरुआती वर्षों में, उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट में कई महत्वपूर्ण मामलों में वकालत की। 2003 में उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट का अडिशनल जज नियुक्त किया गया और 2005 में वे स्थायी जज बने।
छह महीने का होगा कार्यकाल :
जस्टिस गवई का सीजेआई के रूप में कार्यकाल छह महीने का होगा, जो 23 दिसंबर 2025 को 65 वर्ष की आयु पूरी होने पर समाप्त हो जाएगा। वह फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज हैं और उनकी नियुक्ति को न्यायिक प्रणाली में निरंतरता और स्थिरता का प्रतीक माना जा रहा है।






