कानपुर,1 अप्रैल 2025
कानपुर के एक छात्र ने कोटा में ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। 18 वर्षीय उज्जवल मिश्रा पिछले दो वर्षों से राजस्थान के कोटा में जेईई की तैयारी कर रहा था। रविवार देर शाम उसने मुंबई-दिल्ली रेलवे लाइन पर जान दे दी। 2 अप्रैल को लखनऊ में उसकी जेईई मेन की परीक्षा थी, लेकिन उससे पहले ही यह दुखद घटना हो गई। उज्जवल की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। सोमवार देर रात जब उसका शव एंबुलेंस से घर पहुंचा तो परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
उज्जवल कानपुर के पनकी इलाके का रहने वाला था। उसके पिता दीपक मिश्रा कृषि वैज्ञानिक हैं और फिलहाल लखनऊ में रहते हैं। दादा अमरनाथ मिश्रा रिटायर्ड प्रवक्ता हैं, जबकि दादी कांति पनकी स्थित घर में रहती हैं। उज्जवल कोटा में राजीव गांधी नगर इलाके के एक हॉस्टल में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था। उसके पिता दीपक मिश्रा सोमवार को उसे परीक्षा दिलाने के लिए कोटा पहुंचे थे, लेकिन वहां उन्हें बेटे की मौत की खबर मिली।
कोटा आरपीएफ थाना प्रभारी धर्म सिंह के मुताबिक, उज्जवल का शव राजीव गांधी नगर इलाके में मुंबई-दिल्ली रेलवे लाइन पर मिला। उसके पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। इस साल अब तक कोटा में 9 कोचिंग छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। जब उज्जवल का शव घर पहुंचा तो उसके दादा और दादी फूट-फूटकर रोने लगे। परिवार को समझ नहीं आ रहा कि उज्जवल ने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया।