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यूपी उपचुनाव : करहल की सियासी लड़ाई, रिश्तेदारों ने रोचक बनाई

लखनऊ, 12 नवंबर 2024:


यूपी के उपचुनाव में करहल विधानसभा सीट पर सियासी लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है। इस सीट पर सभी का ध्यान दो प्रत्याशी खींच रहे हैं। एक हैं सपा के तेज प्रताप यादव और दूसरे भाजपा के अनुजेश सिंह यादव। अन्य प्रत्याशियों की कोई चर्चा ही नहीं हो रही है।

चर्चा की वजह तेज प्रताप यादव के परिवार और अनुजेश के बीच करीबी रिश्तेदारी है। यह रिश्तेदारी सियासी लड़ाई में कमजोर होती दिख रही है। निजी हमले रिश्तेदारी में दरार डाल रहे हैं। करहल से सपा प्रत्याशी तेज प्रताप यादव पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के भतीजे हैं। उधर भाजपा प्रत्याशी अनुजेश की शादी आजमगढ़ से सपा सांसद और अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव की बहन संध्या से हुई है। अनुजेश का यादव परिवार से यह रिश्ता बेहद करीबी है। शायद, यही वजह है कि अनुजेश पहले सपा से जुड़े थे।

वर्ष 2017 में सपा छोड़ कर अनुजेश भाजपा में शामिल हो गए। कुछ समय पहले तक अनुजेश भाजपा के स्थानीय नेता कहलाते थे। उपचुनाव में सपा के गढ़ में भाजपा को मजबूत प्रत्याशी की तलाश थी। ऐसे में भाजपाइयों की नजर यादव परिवार के करीबी रिश्तेदार अनुजेश पर टिकी। भाजपा को लग रहा है यादव बहुल करहल में इस बिरादरी के वोट अनुजेश हासिल कर लेते हैं तो किला फतह हो सखता है। इसी मंशा से भाजपा का प्रचार भी चल रहा है। तीखे और व्यक्तिगत हमले हो रहे हैं। ये हमले रिश्तेदारी में दरार डाल रहे हैं। सपा के सीनियर लीडर शिवपाल यादव तो अनुजेश से रिश्ता खत्म होने जैसी बात कह चुके हैं।

करहल सीट 1993 से रही है सपा का गढ़

उत्तर प्रदेश में विधानसभा के उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। करहल का चुनाव सपा-भाजपा के बीच सिमट गया है। करहल उपचुनाव में सात उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। यह सीट अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण खाली हुई थी।
इटावा जिले में करहल अखिलेश के पैतृक गांव सैफई से महज चार किलोमीटर दूर है। यह निर्वाचन क्षेत्र उनकी पत्नी डिंपल यादव की मैनपुरी लोकसभा सीट का हिस्सा है। करहल सीट 1993 से सपा का गढ़ रही है। 2002 के विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा के सोबरन सिंह यादव के खाते में गई थी, लेकिन बाद में वह सपा में शामिल हो गए।
उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिनमें कटेहरी (अंबेडकरनगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज), कुंदरकी (मुरादाबाद) और गाजियाबाद शामिल हैं।

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