मकर संक्रांति से पहले गुजरात में PM मोदी के नाम वाली पतंगों की धूम, बाजार में बढ़ी डिमांड

ankit vishwakarma
ankit vishwakarma

गांधीनगर, 9 जनवरी 2025

इस वर्ष जैसे-जैसे मकर संक्रांति नजदीक आ रही है, गुजरात के बाजार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम और उनके लोकप्रिय राजनीतिक नारों वाली सुंदर और रंगीन पतंगों से भर गए हैं और देश भर से लोग बड़ी संख्या में पतंगों को देखने आ रहे हैं। इस दौरान राज्य भर के बाजारों में कई तरह की पतंगें बिक रही हैं।

राज्य भर के बाजारों में बिकने वाली पतंगों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकप्रिय नारे जैसे “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”, “स्वच्छता अभियान” आदि के साथ कई सामाजिक संदेश भी लिखे हुए हैं। पीएम मोदी का असर गुजरात में भी दिख रहा है, लोगों के बीच पीएम मोदी छाप मांझा और पतंग खरीदने की मांग काफी बढ़ गई है।

राज्य में पतंगबाजी उत्सव हर साल एक प्रमुख आकर्षण बन गया है जिसमें लोग न केवल अपने परिवारों के साथ इस अवसर को मनाकर आनंद लेते हैं बल्कि सामाजिक संदेशों का भी प्रचार करते हैं।

एक स्थानीय दुकानदार केरीवाला ने आईएएनएस को बताया, “पिछले साल की तुलना में इस साल बाजार धीमी गति से नहीं चल रहा है। लोग कम पतंगें खरीद रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि लोग शनिवार या रविवार को खूब पतंगें खरीदेंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “हालांकि कई तरह की रंग-बिरंगी पतंगों की मांग है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से लोग उतनी बड़ी संख्या में पतंग नहीं खरीद रहे हैं, जितनी आम तौर पर देखने को मिलती है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी के नाम की एक चरखी भी देखी जा रही है।” बाजार में लोग इस चरखी को खरीदने में अपनी रुचि दिखा रहे हैं।

एक अन्य स्थानीय दुकानदार ने आईएएनएस को बताया, “प्रधानमंत्री मोदी की चरखी अभी बाजार में आई है। पतंग खरीदने वाले लोगों के बीच इसकी मांग में भारी उछाल है। मैंने अब तक 50,000 मोदी चरखी बेची हैं। केजरीवाल की चरखी की मांग कम है।” पीएम मोदी की चरखी की तुलना में जो राज्य भर में बड़ी संख्या में बेची जा रही है, यह पीएम मोदी की लोकप्रियता और राज्य और देश भर के लोगों के साथ जुड़ाव के कारण है।

एक अन्य दुकानदार दिलीप कुमार ने आईएएनएस को बताया, “पतंग और चरखी के अलावा, मेरी दुकान ने स्वचालित चरखी भी बेचना शुरू कर दिया है। इसकी काफी मांग है। मकर संक्रांति से पहले लोगों का उत्साह हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता दिख रहा है।”

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *