
लखीमपुर खीरी, 28 अगस्त 2025:
यूपी के लखीमपुर खीरी जनपद के मैलानी और गोला रेंज क्षेत्र में पांच माह से आतंक का पर्याय बनी बाघिन बुधवार रात आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गई। बकरी का शिकार करने के चक्कर में फंसी इस बाघिन ने अब तक एक बालक समेत 100 से अधिक पालतू पशुओं की जान ले ली थी।

बाघिन के पकड़े जाने से ग्रामीणों के साथ वन विभाग की टीम ने भी राहत की सांस ली है। मालूम हो कि कुकरा, ढ़ाका, कुंवरपुर, हजरतपुर, देवीपुर, प्रतापपुर सहित दो दर्जन से अधिक गांवों और बांकेगंज-कुकरा मार्ग पर कई महीने से बाघिन की मौजूदगी से लोग दहशत में थे। खेतों में जाना किसानों ने लगभग छोड़ दिया था। शाम ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा छा जाता था।
लगातार हो रहे हमलों और बढ़ते आक्रोश के चलते वन विभाग ने इलाके में तीन पिंजरे और 24 कैमरे लगाए। साथ ही ड्रोन से भी निगरानी की, लेकिन बाघिन हर बार बच निकलती रही। देवीपुर गांव के पास खेत में लगाए गए पिंजरे में बुधवार रात बकरी के लालच में बाघिन फंस गई।
सूचना पर डीएफओ संजय बिश्वाल और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सुरक्षा के बीच बाघिन को पिंजरे सहित ट्रैक्टर-ट्रॉली से गोला रेंज भेज दिया गया। वन अधिकारियों के मुताबिक ने पकड़ी गई बाघिन को दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल में छोड़ा जाएगा।






