सीतापुर, 31 अक्टूबर 2025:
मिश्रिख वन रेंज में एक घर की छत पर टहलते दिखे तेंदुए की धरपकड़ के अभियान पर बारिश ने पानी फेर दिया है। बरसात की वजह से वन विभाग न कांबिंग कर पा रहा है न पिंजड़ा लगा सका है। इस नाकामी की वजह से 15 गांवों में रहने वाले हजारों ग्रामीण दहशत में हैं।
वन विभाग की टीम ने बुधवार रात खेतों और जंगलों में सघन कॉम्बिंग अभियान चलाया, लेकिन तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद अधिकारियों ने पिंजरा लगाने का आदेश दिया था, मगर बृहस्पतिवार सुबह से शुरू हुई बारिश के कारण न तो पिंजरा लगाया जा सका और न ही सर्च अभियान चल पाया। ग्रामीणों के मुताबिक, मंगलवार की रात दतवल गांव में एक घर की छत पर तेंदुआ घूमता दिखा। जब लोगों ने शोर मचाया तो तेंदुआ छत से कूदकर खेतों की ओर भाग गया। यह पहली बार है जब तेंदुआ गांव के भीतर घरों की छत पर नजर आया है। इससे पहले वह खेतों या जंगलों के किनारे दिखाई देता था। बारिश से पगचिन्ह भी मिट गए हैं।
बारिश और तेंदुए की सक्रियता के बीच ग्रामीणों में भय का माहौल है। किसान खेतों में जाने से कतराने लगे हैं और बच्चों को स्कूल भेजने में माता-पिता हिचकिचा रहे हैं। दिन के समय भी लोग लाठी-डंडा लेकर बाहर निकल रहे हैं। दतवल, उत्तरथोक, फत्तेपुर नई गढ़ी, बढ़य्याखेर, अड़नापुर, बरताल, ककरघटा और रामपुर खेउटा समेत 15 से अधिक गांवों में लोगों में दहशत फैली है। ग्रामीणों ने वन विभाग से लगातार गश्त और पिंजरा जल्द लगाने की मांग की है।
उत्तरथोक ग्राम पंचायत में करीब डेढ़ वर्ष पहले लगाए गए पांच सीसीटीवी कैमरे इस वक्त चालू नहीं हैं। ग्रामीण मनीष शर्मा ने बताया कि कैमरे महीनों से बंद पड़े हैं। ग्राम प्रधान सरवन कुमार ने स्वीकार किया कि रिचार्ज न होने के कारण कैमरे काम नहीं कर रहे, जिससे निगरानी पर असर पड़ा है। वन विभाग के अधिकारी जल्द मौसम सुधरने के बाद पुनः कॉम्बिंग और पिंजरा लगाकर पकड़ने की कार्रवाई शुरू करने की बात कह रहे हैं।
				
					





