
लखनऊ, 9 अक्टूबर 2025
उत्तर प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों के कर्मचारियों ने गुरूवार को राजधानी लखनऊ में जोरदार प्रदर्शन किया। वेतन विसंगति, पीएफ भुगतान में देरी, कैशलेस इलाज की सुविधा और पुरानी पेंशन बहाली जैसी मांगों को लेकर कर्मचारियों ने नगर निगम मुख्यालय सहित सभी जोनल कार्यालयों पर ताला जड़ दिया। इससे पूरे दिन कामकाज ठप रहा और आम नागरिकों के जरूरी कार्य प्रभावित हुए।

सुबह प्रदेशभर से कर्मचारी नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और करीब दो घंटे तक नारेबाजी की। इसके बाद वे हजरतगंज स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे एसीएम चंद्र भूषण तिवारी को कर्मचारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शशि कुमार मिश्रा ने कहा कि सरकार से कई बार बातचीत और ज्ञापन देने के बावजूद केवल आश्वासन मिला है। उन्होंने कहा, आजादी के 78 साल बाद भी केंद्रीय सेवा नियमावली लागू नहीं की गई है। कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज की व्यवस्था नहीं है। पुरानी पेंशन बहाल की जाए और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं। मिश्रा ने चेतावनी दी कि यदि 9 अक्टूबर से 9 नवंबर के बीच मांगें नहीं मानी गईं, तो कर्मचारी पूर्ण कार्य बहिष्कार करेंगे। “10 नवंबर से राज्यव्यापी बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान नगर निगम मुख्यालय और सभी आठ जोनल कार्यालयों की बिजली काट दी गई। कर्मचारियों ने ताले जड़ दिए और धरने में शामिल हो गए। इसके चलते अधिकारी कार्यालय छोड़कर चले गए। जलकल, इंजीनियरिंग, टैक्स, विज्ञापन, अधिष्ठान और जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित सभी कार्य ठप रहे। आज हुए प्रदर्शन में अयोध्या, प्रयागराज, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर समेत सभी नगर निगमों के कर्मचारी लखनऊ पहुंचे और प्रदर्शन में शामिल हुए। कर्मचारियों ने कहा कि यदि तय समय सीमा तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आगामी आंदोलन और व्यापक होगा।