लखनऊ, 23 अगस्त 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) और अपना दल (कमेरावादी) के कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। आप के कार्यकर्ताओं ने खाद की कमी और कालाबाजारी को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया, जबकि विधायक पल्लवी पटेल के नेतृत्व में अपना दल (कमेरावादी) की कार्यकताओं ने महिला सुरक्षा और जातिगत जनगणना की मांग को लेकर विधानसभा के पास विरोध मार्च निकाला गया।
आप ने लगाया खाद की कालाबाजारी का आरोप
आप की जिलाध्यक्ष इरम रिजवी की अगुवाई में आप कार्यकर्ता मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और सरकार विरोधी नारे लगाए। इरम रिजवी ने सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर खाद की कालाबाजारी हो रही है, जिसे रोकने में सरकार पूरी तरह विफल है। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मूलभूत जरूरत के लिए दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं और खाद केंद्रों पर लंबी कतारों में लगने को मजबूर हैं, यहां तक कि महिलाएं भी घर-परिवार छोड़कर लाइन में खड़ी हैं। आप नेता दिनेश पटेल ने कहा कि किसानों को न्याय और खाद मिलने पर ही प्रदेश और देश का विकास संभव है।
कार्यकर्ताओं के साथ विधायक को हिरासत में लेकर भेजा ईको गार्डन
अपना दल (कमेरावादी) की विधायक पल्लवी पटेल ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर महिला कार्यकर्ताओं के साथ बापू भवन तक विरोध मार्च निकाला। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर मार्च को बीच में ही रोक दिया, जिसके बाद पल्लवी पटेल और अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया गया। इस दौरान पल्लवी पटेल ने कहा कि प्रदेश में न कन्याएं सुरक्षित हैं, न महिलाएं। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने अधिकारों के लिए अपनी दहलीज पार कर लखनऊ तक आई हैं। उन्होंने सरकार से जातिगत जनगणना कराने के लिए समय सीमा तय करने की भी मांग की, ताकि महिलाओं को उनके अधिकार मिल सकें। पल्लवी पटेल ने कहा कि अधिकारों की लड़ाई जारी रहेगी। महिलाएं अपने हक के लिए सड़क पर उतरेंगी।