लखनऊ, 17 अप्रैल 2025:
यूपी राजधानी लखनऊ स्थित लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में सोमवार रात लगी भीषण आग के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए डीएम के निर्देश पर गठित कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। कमेटी न केवल लोकबंधु अस्पताल बल्कि अन्य सरकारी और निजी अस्पतालों की भी जांच करेगी। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
फायर एनओसी के बिना चल रहे कई अस्पताल
कमेटी ने सीएमओ कार्यालय से सभी रजिस्टर्ड सरकारी अस्पतालों की सूची मांगी है। साथ ही, नियमों के विरुद्ध संचालित निजी अस्पतालों की जानकारी भी जुटाई जा रही है। दमकल विभाग के अनुसार लखनऊ के कई अस्पताल बिना फायर एनओसी के ही चल रहे हैं। उन्हें पहले भी नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
लोकबंधु अस्पताल खुद 79 दिनों से बिना फायर एनओसी के संचालित हो रहा था। आग की घटना में एक मरीज की मौत हो गई थी, जबकि 200 से अधिक मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालकर अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया था।
लोकबंधु में गाइनी ओटी फिर शुरू, गर्भवतियों को राहत
हादसे के बाद बंद हुई गाइनी यूनिट का ऑपरेशन थियेटर (ओटी) को पुनः शुरू कर दिया गया है। अब गर्भवती महिलाओं की सामान्य व सिजेरियन डिलीवरी अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर स्थित इमरजेंसी ओटी में कराई जा रही है। सामान्य दिनों में यहां प्रतिदिन 8 से 10 डिलीवरी कराई जाती हैं।
अन्य विभागों की सेवाएं भी होंगी बहाल
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर के मुताबिक जल्द ही आर्थोपेडिक यूनिट की ओटी भी शुरू कर दी जाएगी। हालांकि, अस्पताल के अन्य विभागों की सेवाएं सामान्य होने में अभी कुछ समय और लगेगा। सोमवार रात लगी आग ने फीमेल मेडिसिन वार्ड और बाल रोग विभाग को भी प्रभावित किया था।