
लखनऊ, 24 सितंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (अस्पताल) में मरीजों की सहूलियत के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं। अब नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में फंडस और काला मोतिया की जांच पूरी तरह मुफ्त की जाएगी। पहले इसके लिए मरीजों को 50 रुपये शुल्क देना पड़ता था। वहीं, वार्ड में भर्ती मरीजों को 250 से अधिक आवश्यक दवाएं हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) की दर पर उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे उपचार में होने वाली देरी समाप्त होगी और मरीजों का इलाज तुरंत शुरू हो सकेगा।
प्रदेश के मुख्य सचिव एसपी गोयल की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई शासी निकाय की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में संस्थान के विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए मरीजों को और अधिक सुविधा देने पर जोर दिया गया।
बैठक में यह भी तय किया गया कि ब्रेन स्टेम डेड मरीजों के अंगदान की स्थिति में परिजनों की सहमति मिलने पर अस्पताल प्रशासन ही उस रोगी के इलाज का पूरा खर्च उठाएगा। नर्सिंग संवर्ग को उच्चतर शिक्षा के लिए दो साल तक का अध्ययन अवकाश देने की मंजूरी दी गई।
संस्थान में चिकित्सकीय शिक्षा को भी मजबूत करने पर बल दिया गया। बैठक में एनेस्थीसिया सहित विभिन्न विभागों में एमडी, एमएस, डीएम और एमसीएच की 86 सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) को भेजने का निर्णय लिया गया।
इसके साथ ही बताया गया कि हाल ही में सम्पन्न फैकल्टी भर्ती प्रक्रिया के तहत 165 नए संकाय सदस्य संस्थान से जुड़ चुके हैं। प्रमुख सचिव अमित कुमार घोष ने बैठक में कहा कि मरीजों को हर स्तर पर सुविधा मिलनी चाहिए। उन्होंने संस्थान द्वारा किए जा रहे नवाचारों और प्रयोगों की सराहना भी की।






