
एमएम खान
लखनऊ, 4 अक्टूबर 2025 :
यूपी की राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र स्थित बाबू खेड़ा गांव में एक महिला की निर्मम हत्या ने सनसनी फैला दी है। घर में हर ओर खून के धब्बे और टूटी अलमारियां दिखीं। परिवार के अनुसार, करीब 6 लाख रुपये कीमत के जेवरात गायब हैं। मृतका के पति रमेश यादव ने बताया कि उनका बेटा निखिल घटना के बाद से फरार है और उसका फोन भी बंद है। पुलिस की शुरुआती जांच में मामला लूटपाट का लग रहा है, लेकिन उसके शकनके दायरे में मृतका का गायब बेटा भी आ गया है।
बाबू खेड़ा निवासी रमेश यादव दूध बेचने का काम करते हैं। उनकी पत्नी रेनू (42) कुछ दिन पहले मायके गई थीं। बुधवार दोपहर करीब ढाई बजे बेटा निखिल उन्हें मायके से वापस लेकर घर पहुंचा। रमेश उस वक्त भैंसों को चराने गए थे, जबकि छोटा बेटा नितिन अपने चाचा के घर गया था। शाम करीब 4 बजे जब नितिन लौटा, तो उसने मां को खून से लथपथ पाया। कमरे में बिखरा सामान, टूटी अलमारी और गायब निखिल देखकर वह सन्न रह गया। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक रेनू की मौत हो चुकी थी।
मृतका के मामा राजकुमार के अनुसार, निखिल ने उनके भाई राजू को फोन कर घबराई आवाज में मदद मांगी थी। उसने बताया कि “कुछ लोग बंदूक लेकर उसके पीछे पड़े हैं” और वह “टंकी के पीछे बाइक लेकर छिपा” हुआ है। इसके बाद से उसका फोन बंद हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के CCTV कैमरे खंगाले तो उसमें निखिल पिट्ठू बैग टांगकर बाइक से आराम से जाता दिखा। फुटेज में कोई उसका पीछा करते भी नहीं दिखा। पुलिस को शक है कि घटना के पीछे लूट नहीं, बल्कि अंदरूनी साजिश हो सकती है।
निखिल ने एक दोस्त को बताया था कि उसने 26 हजार रुपये का ऑनलाइन लोन लिया है और रिकवरी एजेंट उसका पीछा कर रहे हैं। दोस्त ने उसे पुलिस के पास जाने की सलाह दी थी, लेकिन निखिल ने ऐसा नहीं किया। अब पुलिस ये भी जांच रही है कि लोन की बात कितनी सच्ची है या झूठी कहानी का हिस्सा।
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि निखिल की तलाश में सर्विलांस और कई पुलिस टीमें लगी हुई हैं। पुलिस यह जांच कर रही है कि निखिल मदद के लिए पास में मौजूद चाचा या पिता को कॉल क्यों नहीं किया, और हत्या के वक्त वास्तव में घर में क्या हुआ। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस हत्या का खुलासा किया जाएगा।