
लखनऊ, 2 सितंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के गुडंबा इलाके के बेहटा गांव में रविवार को अवैध पटाखा फैक्ट्री और सेमरा में पटाखों के गोदाम में हुए विस्फोटों के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया। पुलिस, प्रशासन के साथ अग्निशमन विभाग और बम निरोधक दस्ते की एक संयुक्त टीम ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में बारूद और पटाखे बरामद किए गए।
संयुक्त टीम ने सेमरा गांव में तीन घरों और एक गोदाम में छापा मारा, जहां भारी मात्रा में बारूद, तैयार पटाखे और उनके निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जब्त की गई। बम निरोधक दस्ते और अग्निशमन कर्मियों ने बरामद बारूद और पटाखों को मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह अवैध फैक्ट्री अली अहमद, शेरू और नसीम द्वारा चलाई जा रही थी। ये काफी समय से इस धंधे में शामिल थे। एसीपी गाजीपुर ए विक्रम सिंह के मुताबिक पुलिस पटाखों के निर्माण और भंडारण के संभावित ठिकानों का पता लगा रही है।
मृतक सहित पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज
विस्फोट की दो बड़ी घटनाओं के बाद बेहटा चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने हादसे में मारे गए आलम और गांव के चार अन्य लोगों के खिलाफ गुडंबा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। अन्य आरोपियों में मृतक आलम का भतीजा शेरू, शोएब, टीनू और उसका भाई अली अहमद शामिल हैं। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि आलम की हादसे में मौत हो चुकी है, जबकि अन्य आरोपी फरार हैं। पुलिस टीमों को उनकी तलाश में लगाया गया है।
विस्फोट की जांच के लिए कमेटी गठित
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बेहटा निवासी आलम के घर में हुए विस्फोट की विस्तृत जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी को विस्फोट से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
कमेटी में एडीसीपी पूर्वी पंकज सिंह, एसीपी गाजीपुर ए विक्रम सिंह और इंस्पेक्टर गुडंबा प्रभातेष कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं। कमेटी को हादसे के कारणों, स्थानीय लोगों से बातचीत और पूरे घटनाक्रम का विवरण जैसे विभिन्न बिंदुओं पर जल्द जांच पूरी करने के लिए कहा गया है।






