लखनऊ, 25 अक्टूबर 2025:
लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी माध्यम में शुरू करने की तैयारी कर ली है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप ये पहल विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग की ओर की जा रही है। इसके तहत अंग्रेजी भाषा के मौजूदा पाठ्यक्रमों का बड़े पैमाने पर हिंदी में अनुवाद कराया जा रहा है।
विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार अब तक लगभग 60 प्रतिशत पाठ्यक्रम सामग्री का हिंदी में अनुवाद पूरा हो चुका है। शेष 40 प्रतिशत पर कार्य तेजी से जारी है। छात्रों को इस नई सुविधा का लाभ आगामी शैक्षिक सत्र 2026-27 से मिलना शुरू हो जाएगा।

यह पहल विशेष रूप से उन छात्रों के लिए वरदान साबित होगी जो अंग्रेजी भाषा में असहज महसूस करते हैं। विश्वविद्यालय का मानना है कि मातृभाषा (हिंदी) में तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने से छात्रों की विषय-वस्तु पर पकड़ मजबूत होगी। उनकी समझ बढ़ेगी और वे तकनीकी समस्याओं का समाधान अधिक सरलता से कर पाएंगे। इसके अलावा हिंदी माध्यम से प्राप्त व्यावहारिक अनुभव भी उनके भविष्य के लिए काफी सहायक सिद्ध होगा।
विश्वविद्यालय में वर्तमान में बीटेक (कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग), अप्लाइड कंप्यूटर इंजीनियरिंग और बीएससी इन डाटा साइंस जैसे प्रमुख कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। साथ ही कंप्यूटेशनल डिसीजन सेंटर के माध्यम से डाटा साइंस से जुड़े अन्य पाठ्यक्रमों का भी विस्तार किया जाएगा।
कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर हिमांशु पांडेय के मुताबिक कोर्स को हिंदी में परिवर्तित करने का काम प्रगति पर है। इससे ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए इंजीनियरिंग की पढ़ाई और भी सुलभ हो सकेगी।






