प्रयागराज,29 अक्टूबर 2024
प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ मेले में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। योगी सरकार और केंद्र सरकार श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए तैयारियों में जुटी हैं। वाराणसी से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गंगा पर बन रहा नया रेलवे सेतु यात्रा को आसान बनाएगा। महाकुंभ 2025 में सबसे अधिक श्रद्धालुओं के सड़क परिवहन से पहुंचने की संभावना है, जबकि रेल मार्ग से भी बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज आएंगे।
इस बार लगभग 10 करोड़ लोगों के ट्रेन के जरिए महाकुंभ पहुंचने का अनुमान है। रेलवे युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटी है, जहां स्टेशन और ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है, वहीं सेतुओं के निर्माण से भीड़ का दबाव कम करने की कोशिश की जा रही है।
दारागंज से झूंसी के बीच नए रेल पुल का निर्माण वाराणसी से प्रयागराज के बीच रेल मार्ग को सुगम बनाने के लिए पूरा हो चुका है। अब केवल रेलवे ट्रैक बिछाने और गिट्टी डालने का कार्य शेष है। रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा 495 करोड़ की लागत से बने इस पुल को दिसंबर तक रेल परिवहन के लिए खोला जाएगा, जैसा कि प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनय अग्रवाल ने बताया।
प्रयागराज रामबाग-वाराणसी रेल मार्ग पर पहले केवल एक सिंगल ट्रैक पुल था, जिससे झूंसी और रामबाग रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को देर तक रोकना पड़ता था। अब 2,700 मीटर लंबे नए डबल ट्रैक रेल पुल के निर्माण से यात्रियों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनय अग्रवाल के अनुसार, कुंभ के प्रमुख पर्वों के दौरान झूंसी स्टेशन पर यात्रियों को उतारकर कुंभ क्षेत्र भेजने की योजना पर चर्चा चल रही है। इसके अलावा, रेलवे स्टेशन में होल्डिंग एरिया का निर्माण भी किया जा रहा है, जिससे सामान्य दिनों में ट्रेनों के अप और डाउन में यह पुल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, यात्री दबाव कम होगा और समय की बचत होगी।