मुंबई,29 अक्टूबर 2024
शिवसेना से टिकट मिलने के बाद पूर्व बीजेपी प्रवक्ता शाइना एनसी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार का धन्यवाद करती हूं। मुझे मुंबादेवी के लोगों की सेवा करने का अवसर मिला है।” पहले चर्चा थी कि शाइना वर्ली से चुनाव लड़ेंगी, लेकिन शिवसेना ने मिलिंद देवड़ा को आदित्य ठाकरे के सामने उतारा है। शिंदे के नेतृत्व में उम्मीदवार घोषित होने के कुछ ही घंटों बाद शाइना मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गईं।
बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता शाइना एनसी ने शिवसेना से टिकट मिलने पर कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार का धन्यवाद करती हूं। महायुति नेतृत्व ने मुझे मुंबादेवी के लोगों की सेवा करने का अवसर दिया है।” पहले उनकी वर्ली से चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन शिवसेना ने वहां मिलिंद देवड़ा को आदित्य ठाकरे के सामने उतारा है। शिंदे के नेतृत्व में उम्मीदवार घोषित होने के बाद, शाइना ने मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हो गईं।
शाइना एनसी ने टिकट मिलने के बाद कहा, “मैं सिर्फ विधायक नहीं बनना चाहती, मैं मुंबादेवी के लोगों की आवाज बनना चाहती हूं। यह प्रशासन, विधायिका और नागरिकों की सामूहिक चेतना है, जिसे अच्छी सार्वजनिक सेवा के रूप में प्रदर्शित किया जाना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास कोई व्यक्तिगत सहायक (पीए) नहीं है, और वह सभी कॉल का जवाब देती हैं, हमेशा नागरिकों और मतदाताओं के लिए सुलभ और जवाबदेह रहने का आश्वासन दिया। मुंबादेवी निर्वाचन क्षेत्र मुंबई लोकसभा सीट का हिस्सा है, जिसे कांग्रेस के अमीन पटेल 2009 से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, और उनकी छवि महाराष्ट्र के अच्छे विधायकों में रही है।
मुंबादेवी सीट पर 2009 से कांग्रेस का कब्जा है, जबकि पहले यह लंबे समय तक बीजेपी के पास रही थी। बीजेपी के नेता राज के पुरोहित 1990 से 2009 तक विधायक रह चुके हैं और उन्होंने लगातार चार बार जीत हासिल की। राजनीतिक विश्लेषक दयानंद नेने के अनुसार, मुंबादेवी सीट पर कभी भी शिवसेना नहीं जीत पाई; यह सीट हमेशा बीजेपी और कांग्रेस के पास रही है और परंपरागत रूप से बीजेपी की सीट मानी जाती थी। राज पुरोहित और अतुल शाह को टिकट न दिए जाने के कारण यह सीट शिवसेना के खाते में गई, जिसके बाद शाइना एनसी ने पार्टी बदली।
मुंबादेवी सीट पर मुस्लिम वोटों की संख्या काफी अधिक है, जो लगभग 45 प्रतिशत है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि शाइना एनसी कांग्रेस के अमीन पटेल को कैसे चुनौती देंगी। 2014 में जब बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग लड़े थे, तब कांग्रेस के अमीन पटेल ने जीत हासिल की, जबकि बीजेपी के अतुल शाह दूसरे और शिवसेना के युगान्धरा सलेकर चौथे स्थान पर रहे। सलेकर से ज्यादा वोट एआईएमआईएम के उम्मीदवार को मिले थे। 2009 के चुनाव में भी शिवसेना जीतने में असफल रही थी, जब अमीन पटेल ने 16,639 वोटों से जीत दर्ज की थी।