महाकुम्भ नगर,19 फरवरी 2025:
यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अब तक 54 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार इसे बड़ी उपलब्धि मान रही है, लेकिन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि संगम का पानी अब नहाने लायक भी नहीं बचा है। यह रिपोर्ट राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) में दाखिल की गई, जिसमें बताया गया कि प्रयागराज में गंगा और यमुना का जल गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतर रहा।
रिपोर्ट के अनुसार, फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा अत्यधिक बढ़ गई है, जिससे नदी का प्रदूषण स्तर बढ़ा है। जल परीक्षण में फीकल कोलीफॉर्म का स्तर नहाने के लिए निर्धारित सीमा से अधिक पाया गया। एनजीटी की पीठ ने उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) को जल गुणवत्ता सुधार के ठोस कदम न उठाने पर फटकार लगाई और 19 फरवरी को अगली सुनवाई में उपस्थित होने का निर्देश दिया।
महाकुंभ के दौरान जल की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए ठोस उपाय क्यों नहीं किए गए, यह बड़ा सवाल बना हुआ है। सरकार को इस रिपोर्ट के बाद जल शुद्धिकरण की व्यवस्था मजबूत करनी होगी, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित स्नान कर सकें।