
महाकुंभ नगर 22 जनवरी 2025:
यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में कलाग्राम गीत नृत्य की मोहक प्रस्तुतियों ने समा बांध दिया। भक्ति भाव से भरे गीतों पर दर्शक आस्था में डूबे रहे तो अलग अलग राज्यों के नृत्यों ने अपनी संस्कृति से रूबरू कराया।
आदित्य के गीतों ने राममय किया माहौल
दूधिया रौशनी से नहाये कलाग्राम में दर्शक दीर्घा पूरी रात खचाखच भरी रही। संस्कृति मंत्रालय के आयोजन में गीत नृत्य के संगम में दर्शक पूरी रात डुबकी लगाते रहे। प्रसिद्ध गायक आदित्य सारस्वत को सुनने के लिए लोग आतुर दिखायी दिए। मंच पर
प्रसिद्घ गायक आदित्य सारस्वत ने हे राम, हे राम जग में साचो तेरो नाम से अपनी प्रस्तुतियों की शुरुआत की। इसके बाद मंगल भवन अमंगल हारी राम सिया राम, मोरा मन दर्पण कहलाए, माई तेरी चुनरिया लहराई, किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए, जुबा पे राधा राधा- राधा नाम हो जाए तथा रघुपति राघव राजा राम जैसे भजनों की प्रस्तुति देकर पूरे मंच को राममय कर दिया।
असम,मथुरा व हिमाचल के लोकनृत्य ने मोहा
लोकनृत्यों की कड़ी में हिमाचल प्रदेश से आए कलाकारों ने गद्दी नाटी व मथुरा के कलाकारों द्वारा बृज के नृत्य की प्रस्तुति दी गई। असम के कलाकारों ने बिहू नृत्य, हरियाणा के कलाकारों ने फाग नृत्य, हिमाचल प्रदेश के कलाकारों ने सिरमौरी नाटी नृत्य, पंजाब के कलाकारों ने झूमर नृत्य के माध्यम से ग्रामीण जीवन, प्रेम, और प्रकृति के प्रति सम्मान को दर्शकों को दिखाया।