श्रीनगर, 28 जुलाई 2025:
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच खेलने के केंद्र सरकार के फैसले की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि भारत-पाक को दुश्मन मानना उचित नहीं है और शांति के लिए संवाद ही एकमात्र रास्ता है।
महबूबा मुफ्ती ने बयान दिया कि अगर केंद्र सरकार ने क्रिकेट खेलने का फैसला लिया है तो यह एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा, “मैं बस भारत सरकार से कहना चाहती हूं कि हम पाकिस्तान के दुश्मन नहीं हैं। अगर सरकार को शांति लानी है तो बातचीत करनी होगी। युद्ध किसी समस्या का हल नहीं है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जम्मू-कश्मीर मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाने की अपील भी की।
पीडीपी प्रमुख ने कहा कि जब उनकी पार्टी बनी थी, तब राज्य में चरमपंथ चरम पर था और उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद ने टास्क फोर्स की ज्यादतियों के खिलाफ आवाज उठाई थी। “हमने हमेशा इज्जत के साथ अमन की बात की है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत की विदेश नीति को सिर्फ सत्ताधारी दल की सोच के नजरिए से नहीं देखा जा सकता, क्योंकि जम्मू-कश्मीर पर उसका असर सीधे पड़ता है। “अगर युद्ध हुआ, तो उसका सबसे बड़ा नुकसान जम्मू-कश्मीर को होगा,” उन्होंने कहा।
महबूबा ने भारत की अर्थव्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चीन और बांग्लादेश की जीडीपी तेज़ी से आगे बढ़ रही है, जबकि भारत युवा शक्ति के बावजूद हथियारों की दौड़ में लगा हुआ है। “हमारा फोकस शिक्षा, रोजगार और शांति पर होना चाहिए, न कि बम और बारूद पर,” उन्होंने जोड़ा।
इसके साथ ही उन्होंने बिहार में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को मुसलमानों के खिलाफ बताया और आरोप लगाया कि देश में अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय हो रहा है।
महबूबा मुफ्ती के इस बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है और इसे पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति के रूप में भी देखा जा रहा है।