हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 6 जुलाई 2025:
यूपी के गोरखपुर जिले में चौरीचौरा स्थित सरैया डिस्टिलरी व मजीठिया कोठी में पंजाब पुलिस ने लगभग छह घण्टे तक दस्तावेज खंगाले। आबकारी विभाग के साथ चली जांच पड़ताल में दस्तावेजों की फोटो कॉपी भी कराई गई। खोजबीन आगे भी जारी रहने की उम्मीद जताई गई है।
तीन साल से बंद पड़ी डिस्टलरी में टीम को मौजूद मिले कस्टोडियन
बता दें कि शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया पर आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज हुआ था। इसी की जांच के सिलसिले में पंजाब पुलिस की टीम शुक्रवार को यहां फ्लाइट से आई थी। गोरखपुर में रात बिताने के बाद टीम ने सरदारनगर स्थित सरैया डिस्टलरी पर धावा बोला। 2022 से बंद पड़ी डिस्टलरी में टीम के पहुंचने की जानकारी होने पर अधिकारी और इंडस्ट्रीज के कस्टोडियन पहले से मौजूद रहे।
उत्पादन, बिक्री और मालिकाना हक से जुड़े दस्तावेज देखे
दो वाहनों से आई जांच टीम में एसएसपी, डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी थे। जांच टीम ने सभी का मोबाइल बंद करवा दिया। डिस्टिलरी के अधिकारियों से पूछताछ के बाद टीम ने डिस्टिलरी के बंद होने से पूर्व उत्पादन, बिक्री, निकासी और मालिकाना हिस्सेदारी से जुड़े पुराने दस्तावेजों की जांच की। कई अभिलेख को कब्जे में लिया।
अभिलेखों की 3 हजार फोटो कॉपी कराईं
बताया गया कि करीब 3 हजार दस्तावेजों की फोटो कॉपी कराई गई। इसी तरह टीम ने मजीठिया कोठी में भी जांच पड़ताल की। टीम के आने पर कोठी के दरवाजों पर लगे ताले सुरक्षा गार्ड द्वारा खोले गए। टीम अभी गोरखपुर में टिकी है। शनिवार को छह घण्टे तक चली पड़ताल के बाद रविवार को भी छापेमारी की उम्मीद जताई गई है। टीम ने मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाए रखी। हालांकि सरैया डिस्टलरी के प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त आरएस चौधरी ने बताया कि टीम को पूरा सहयोग किया जा रहा है।