
ओटावा, 12 जून 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी कनाडा दौरे से पहले वहां की सरकार ने खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए ‘प्रोजेक्ट पेलिकन’ नाम से एक बड़ा अभियान शुरू किया है। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब पीएम मोदी कनाडा के कनानास्किस में जी7 समिट में शामिल होने वाले हैं। इस अभियान के तहत कनाडाई पुलिस ने भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त खालिस्तानी नेटवर्क पर शिकंजा कसते हुए बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्त की है और कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
कनाडा पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स जब्ती करते हुए 479 किलोग्राम कोकीन बरामद की है, जिसकी कीमत लगभग 47.9 मिलियन डॉलर बताई गई है। इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें सात भारतीय मूल के हैं। गिरफ्तार लोगों के नाम साजगिथ योगेन्द्रराजा, मनप्रीत सिंह, फिलिप टेप, अरविंदर पोवार, करमजीत सिंह, गुरतेज सिंह, सरताज सिंह, शिव ओंकार सिंह और हाओ टॉमी हुइन्ह बताए गए हैं।
कनाडाई पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, यह नेटवर्क अमेरिका और कनाडा के बीच ट्रकिंग रूट का इस्तेमाल कर ड्रग्स की तस्करी करता था। इसका संबंध मैक्सिकन ड्रग कार्टेल और अमेरिकी वितरकों से भी था। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इस नेटवर्क से मिली धनराशि का उपयोग भारत विरोधी गतिविधियों जैसे प्रदर्शन, जनमत संग्रह और हथियारों की खरीद में किया जा रहा था। इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका होने का भी संदेह जताया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के दौरान जी7 समिट के इतर उनकी कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से द्विपक्षीय मुलाकात भी तय है, जिसमें खालिस्तानी गतिविधियों पर चर्चा होना लगभग तय माना जा रहा है। जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में भारत-कनाडा संबंधों में आई खटास के बाद यह दौरा दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देने की संभावना लेकर आया है।