
नई दिल्ली, 12 अप्रैल 2025
वक्फ संशोधन बिल को लेकर देश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर तीखा हमला बोला है। खास तौर पर उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा में चुप्पी पर सवाल उठाए और इसे इंडिया गठबंधन में बेचैनी का कारण बताया।
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि वक्फ संशोधन बिल पर लोकसभा में लंबी चर्चा हुई, लेकिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की चुप्पी यह संकेत देती है कि कहीं न कहीं सीएए की तरह संविधान उल्लंघन का मामला होने के बावजूद विपक्ष मजबूती से नहीं खड़ा हो रहा। उन्होंने इसे मुस्लिम समाज में आक्रोश और इंडिया गठबंधन में बेचैनी का स्वाभाविक कारण बताया।
बीएसपी सुप्रीमो ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों को बहुजन समाज के हितों की अनदेखी करने का दोषी बताया। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण जैसे अधिकारों को निष्प्रभावी बनाने में दोनों ही पार्टियां बराबर की जिम्मेदार हैं। मायावती ने धार्मिक अल्पसंख्यकों को इन दलों के “छलावे” से सतर्क रहने की सलाह दी।
उत्तर प्रदेश की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए मायावती ने कहा कि प्रदेश में बहुजनों की स्थिति दयनीय है, जबकि बीजेपी कार्यकर्ताओं को कानून हाथ में लेने की छूट मिल रही है। उन्होंने निजीकरण की बढ़ती प्रक्रिया पर चिंता जताई और सरकार से जनकल्याण के संवैधानिक दायित्व को निभाने की मांग की।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले ही वक्फ संशोधन अधिनियम को “संविधान विरोधी” और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दिया था। लेकिन लोकसभा में उनकी चुप्पी को लेकर मायावती का यह हमला सियासी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
वक्फ कानून को लेकर जारी यह सियासी टकराव आने वाले समय में विपक्षी एकता पर असर डाल सकता है।