
लखनऊ, 28 जून 2025:
यूपी की राजधानी में बसपा मुखिया मायावती ने शनिवार को भाजपा व कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि दोनों पार्टियां अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए संविधान में बदलाव करतीं हैं। इन्हें अपना संविधान विरोधी चेहरा बदलना होगा। वरना बसपा को देश भर में अपनी आवाज उठानी पड़ेगी।
राजनैतिक स्वार्थ के लिए संविधान से किया छेड़छाड़
बसपा मुखिया शनिवार को पार्टी दफ्तर में मीडिया से रूबरू हुईं। उन्होंने कहा कि डा. भीमराव अम्बेडकर ने भारत को मानवतावादी बेहतरीन संविधान दिया है तो उसका केन्द्र में रही सत्ता के दौरान पहले कांग्रेस पार्टी ने और अब उसके बाद पिछले कुछ वर्षों से सत्ता में बीजेपी के नेतृत्व में चल रही एनडीए की सरकार के लोगों ने भी देशहित में कभी भी पूरी ईमानदारी व निष्ठा से अमल नहीं किया है। इन दोनों ही पार्टियों ने ज्यादातर अपनी-अपनी पार्टी की विचारधारा, सिद्धान्तों एवं अपने राजनैतिक स्वार्थ के तहत संविधान में समय-समय पर काफी गैर-जरूरी परिवर्तन भी कर दिये।
दोहरे चरित्र वाली कांग्रेस व भाजपा अंदर से एक हैं
केन्द्र व देश के अधिकांशः राज्यों में भी काफी लम्बे समय तक सत्ता में आसीन रही कांग्रेस पार्टी ने और अब बीजेपी ने भी अपनी-अपनी सरकार की गलत नीतियों एवं जनविरोधी चाल, चरित्र व चेहरे को छिपाने तथा लोगों का ध्यान उन पर से हटाने के लिए ही अब ये ऐसी चालें ही चलती रहती हैं। ये सिलसिला आज भी जारी है, बल्कि इन मामलों में अक्सर कांग्रेस व बीजेपी एक होकर आपस में मिली रहती है। दोनों पार्टियां दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और के दोहरे चरित्र वाली नीति अपनाकर एक हो जाती हैं। बसपा मुखिया ने कहा कि हमारी पार्टी इसे कतई भी बर्दाश्त करने वाली नहीं है। इन दोनों दलों ने अपना संविधान विरोधी चेहरा नहीं बदला तो बसपा देश भर में आवाज उठाएगी।
वोटर लिस्ट पर स्थित स्पष्ट करे निर्वाचन आयोग
बसपा मुखिया ने कहा कि वोटर लिस्ट में भी सुधार को लेकर जो भ्रामक बातें कही जा रही हैं तो उसे भी केन्द्रीय चुनाव आयोग को अपनी स्थिति को जरूर स्पष्ट करना चाहिये और सभी राजनीतिक पार्टियों को विश्वास में लेकर इस कार्य को पूरा किया जाना चाहिए ताकि इस अभियान का मुख्य लक्ष्य हासिल हो सके।






