मुंबई, 14 जुलाई 2025
भारत की सामरिक ताकत को नई ऊंचाई देने के लिए मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) ने बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने मुंबई में 10 एकड़ समुद्री क्षेत्र का अधिग्रहण किया है, जहां 5000 करोड़ रुपये के निवेश से दो अत्याधुनिक बेसिन विकसित किए जाएंगे। यहां पर एक साथ बड़े युद्धपोतों और पनडुब्बियों का निर्माण और मरम्मत हो सकेगी। इससे भारतीय नौसेना को अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने में तेजी आएगी।
इससे पहले MDL ने मुंबई पोर्ट अथॉरिटी से 15 एकड़ भूमि 29 साल की लीज पर ली थी, जिस पर कार्य पहले से शुरू हो चुका है। कंपनी की कुल डेडवेट क्षमता इस विस्तार के बाद 40,000 टन से बढ़कर 80,000 टन हो जाएगी, जबकि न्हावा शेवा में पहले से मौजूद 37 एकड़ जमीन मिलाकर यह क्षमता 2 लाख टन तक पहुंचाई जाएगी।
MDL वर्तमान में 11 पनडुब्बियां और 10 युद्धपोत एक साथ बनाने की क्षमता रखता है। भविष्य में भारतीय नौसेना को और भी बड़े और एडवांस प्लेटफॉर्म की आवश्यकता होगी, जिसके लिए यह विस्तार आवश्यक है। फिलहाल MDL दो बड़े पनडुब्बी प्रोजेक्ट्स पर भी कार्य कर रहा है, जिनकी संयुक्त अनुमानित लागत 1.06 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, नए क्षेत्र पर आधुनिक शिपयार्ड इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा, जहां निर्माण के साथ-साथ युद्धपोतों और पनडुब्बियों की मरम्मत और अपग्रेडेशन भी तेजी से हो सकेगा। यह भारत को चीन जैसे देशों की जहाज निर्माण क्षमता को टक्कर देने की दिशा में आगे ले जाएगा। चीन के पास वर्तमान में 370 से अधिक नौसैनिक जहाज हैं।
एमडीएल ने अब तक 800 से अधिक जहाजों का निर्माण किया है, जिनमें 31 कैपिटल युद्धपोत, 8 पनडुब्बियां और 214 जहाजों का निर्यात शामिल है। यह विस्तार आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश की रक्षा उत्पादन क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।